लखनऊ। उत्तरप्रदेश के बलिया में हुए दुर्जनपुर गोलीकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह (डब्लू) की गिरफ्तारी को लेकर योगी सरकार की जमकर पूरे प्रदेश में किरकिरी करा चुकी यूपी पुलिस/एसटीएफ ने आखिरकार लखनऊ के पॉलिटेक्निक चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया।
रविवार देर रात भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच धीरेंद्र सिंह (डब्लू) को बलिया लेकर कोतवाली पहुंचे। पुलिस उप महानिरीक्षक सुभाषचंद दुबे व पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ की मौजूदगी में धीरेंद्र को हवालात में बंद किया गया। आज दुर्जनपुर गोलीकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र की न्यायालय में पेशी करने की तैयारी पुलिस कर रही है।
गौरतलब है कि बलिया के रेवती थाना के अंतर्गत दुर्जनपुर गांव के पंचायत भवन में टेंट लगाकर हनुमानगंज और दुर्जनपुर की कोटे की दुकानों के चयन के लिए दोपहर बाद लगभग साढ़े 3 बजे खुली बैठक की जा रही थी। इस दौरान दो पक्ष में बार-बार विवाद की स्थिति उत्पन्न हो रही थी।
इसे देखते हुए बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह ने बैठक की कार्यवाही स्थगित कर दी। लेकिन विवाद फिर भी खत्म नहीं हुआ और देखते ही देखते ईंट-पत्थर चलने लगे। इस दौरान एक पक्ष की तरफ से गोली भी चली जिसमें दुर्जनपुर निवासी जय प्रकाश पाल (45) को चार गोलियां लगीं।
घायल जयप्रकाश को सीएचसी सोनबरसा पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने धीरेंद्र सिंह समेत 8 नामजद और 25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन इस दौरान पुलिस पर धीरेंद्र सिंह को मौके से गिरफ्तार कर छोड़ने का भी गंभीर आरोप लग रहा था। इसका एक वीडियो भी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। जिला प्रशासन ने आनन-फानन में गांव के बिगड़ते माहौल को देखते हुए एसडीएम-सीओ के अतिरिक्त मौके पर मौजूद 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।