Action on vehicles : उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) में वाहनों के ऊपर अपनी पहचान दिखाने का चलन बढ़ने से के बाद सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और यातायात निदेशालय द्वारा सभी जिलों को निर्देश दिए गए थे कि वाहनों के ऊपर जातिसूचक स्टीकर (caste stickers), गाड़ियों पर काली फिल्म और बिना लाइसेंस वाहन चलाने पर होने पर एक्शन लें।
गाड़ियों पर ताबड़तोड़ एक्शन : सीएम के आदेश के बाद नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, बागपत, मुरादाबाद और मेरठ समेत तमाम जिलों में जातिसूचक लिखी हुई गाड़ियों पर ताबड़तोड़ एक्शन हो रहा है।
यूपी में जातिगत स्टीकर अगर आपकी गाड़ी के आगे या पीछे कहीं पर भी लगा हो तो यातायात पुलिस धारा 177 के तहत चालान काट लेगी या चालान पहली बार में 2,000 और दूसरी बार में 4,000 तक का हो सकता है और तीसरी बार में तो सीधे गाड़ी जब्त करने का अधिकार भी यातायात पुलिसकर्मियों के पास है।
250 से अधिक गाड़ियों के चालान कटे : मेरठ जिले में अब तक 250 से अधिक गाड़ियों पर जाति लिखे होने के चालान काटे गए हैं। इसी के साथ 60 से अधिक जिन गाड़ियों के ऊपर काली फिल्म चढ़ी थी, उन्हें उतारा गया है जबकि 1,200 से अधिक बिना ड्राइविंग लाइसेंस के गाड़ी चलाने वालों का चालान हुआ है। यातायात नियमों के उल्लंघन में आपको कोर्ट के भी चक्कर लगाने पड़ सकते हैं।
यातायात पुलिस एक्शन में मोड में : मेरठ के मुख्य चौराहों पर यातायात पुलिस एक्शन में मोड में दिखाई दे रही है। ट्रैफिक पुलिस वाले बाज की तरह तेज नजर रखकर जातिसूचक लिखी हुई गाडि़यों को रोककर चालान कर रहे हैं। जातिसूचक शब्द दुपहिया वाहन और चार पहिया गाड़ियों के ऊपर सिवाच, राजपूत, जाट, त्यागी और गुर्जर लिखा हुआ है तो किसी गाड़ी के ऊपर हिन्दू या धार्मिक पहचान चिन्ह अंकित है। यातायात पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है कि वह कानून न तोड़े, सुरक्षित यात्रा करें और किसी तरह का उन्माद न फैलाएं।
क्या बोले मेरठ के एसपी ट्रैफिक?: मेरठ के एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जाति लिखी हुई सैकड़ों गाड़ियों का चालान किया गया है और यह अभियान लगातार जारी है। उन्होंने युवाओं में अपील की है कि जाति व संप्रदाय लिखना गलत है। गाड़ी में काली फिल्म लगाने से अपराधी के बचने की आशंका रहती है, इसलिए काली फिल्म लगाने वालों पर भी कार्रवाई हो रही है। उत्तरप्रदेश के पूर्वांचल और पश्चिम के तमाम जिलों में पिछले 10 दिनों से यह अभियान जारी है और आगे भी जारी रहेगा।
Edited by: Ravindra Gupta