लखनऊ। आम आदमी पार्टी (आप) उत्तरप्रदेश के प्रभारी और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मंगलवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर कानपुर जिले के बिकरू कांड में कुछ निर्दोष महिलाओं को दस माह से जेल में रखने का दावा करते हुए उनसे तत्काल हस्तक्षेप कर महिलाओं को अतिशीघ्र रिहा करवाने का अनुरोध किया है।
आप सांसद सिंह ने मंगलवार को राज्यपाल को भेजे गए अपने पत्र में दावा किया है कि बिकरू कांड में आरोपी अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे, अमर दुबे की मां क्षमा दुबे, आरोपी हीरू दुबे की मां शांति दुबे, मुख्य आरोपी विकास दुबे की नौकरानी रेखा अग्निहोत्री व उसके ढाई साल के मासूम बेटे को विधि विरुद्ध तरीके से शुरुआती प्राथमिकी में नामजद न होने के बावजूद 10 महीनों से जेल में रखा गया है।
संजय सिंह ने पत्र में लिखा है कि पिछले 10 माह से खुशी दुबे जेल में है और कई बार उसे अति गंभीर हालत में बाराबंकी व लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तरप्रदेश सरकार प्रतिशोध और नफरत के आधार पर काम कर रही है और इसको लेकर लोगों में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि इस घटना ने संविधान और कानून की मर्यादा को भी तार तार किया है।
सिंह ने राज्यपाल से तत्काल हस्तक्षेप कर कानून का पालन कराने और महिलाओं को अति शीघ्र रिहा करवाने की मांग की है। गौरतलब है कि कानपुर जिले के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में पिछले वर्ष 2 जुलाई की आधी रात को पुलिस टीम कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई थी जहां विकास दुबे और उसके साथियों ने हमला कर एक पुलिस उपाधीक्षक समेत 8 पुलिसकर्मियों को मार डाला था।
बाद में मध्यप्रदेश की उज्जैन पुलिस ने महाकालेश्वर मंदिर परिसर में विकास दुबे को गिरफ्तार किया था और कानपुर लाते समय कथित रूप से भागने की कोशिश कर रहा दुबे पुलिस की गोली लगने से मारा गया। बिकरू कांड से जुड़ी एक अन्य मुठभेड़ में पुलिस ने अमर दुबे को भी मार दिया था। पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के कुछ दिन पहले ही खुशी से अमर दुबे की शादी हुई थी। हीरू दुबे भी बिकरू कांड का अभियुक्त है। (भाषा)