खेल हमारी ज़िन्दगी और स्वास्थ दोनों के लिए बहुत ज़रूरी है। स्पोर्ट्स के ज़रिए हम न सिर्फ अपने शरीर को फिट रखते हैं बल्कि यूनिटी व लीडरशिप क्वालिटी को भी सीखते हैं। स्पोर्ट्स के इन महत्व को हाईलाइट करने के लिए हर साल 7 मई को वर्ल्ड एथलेटिक्स डे मनाया जाता है। इस दिवस की शुरुआत इंटरनेशनल एमेच्योर एथलेटिक फेडरेशन (IAAF) द्वारा की थी ताकि लोग स्पोर्ट्स और एक्सरसाइज के ज़रिए अपने शरीर को फिट रखें और बीमारियों से बचें। वर्ल्ड एथलेटिक्स डे द्वारा लोगों को फिटनेस के प्रति जागरूक किया जाता है। तो चलिए इस आर्टिकल के ज़रिए जानते हैं पूरी जानकारी-
कैसे हुई वर्ल्ड एथलेटिक्स डे की शुरुआत?
वर्ल्ड एथलेटिक्स डे की शुरुआत 1996 में इंटरनेशनल एमेच्योर एथलेटिक फेडरेशन (IAAF) द्वारा की गई थी। इंटरनेशनल एमेच्योर एथलेटिक फेडरेशन की स्थापना 17 जुलाई 1912 में हुई थी। इस दिवस को पहली बार IAAF के प्रेसिडेंट प्रिमो नेबिओलो (Primo Nebiolo) द्वारा 7 मई 1966 को मनाया गया था। इस दिवस की शुरुआत लोगों में स्पोर्ट्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए की गई थी। साथ ही इस दिवस को लोकल व ग्लोबल लेवल पर विभिन्न स्पोर्ट्स प्रतियोगिता आयोजित करके मनाया जाता है।
क्या है वर्ल्ड एथलेटिक्स-डे का महत्व?
इस दिवस की शुरुआत करने के पीछे कई मकसद हैं जिसमें से एक है युवाओं को स्पोर्ट्स के प्रति प्रेरित करना ताकि ज़्यादा युवा स्पोर्ट्स और एथलेटिक्स में पार्टिसिपेट (participate) करें। साथ ही ये दिवस एथलीट्स को प्रोत्साहित करना भी है। वर्ल्ड एथलेटिक्स के ज़रिए स्कूल को जागरूक किया जाता है ताकि स्कूल में स्पोर्ट्स भी प्राइमरी सब्जेक्ट के रूप में शामिल किया जा सके।