✕
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
ज्योतिष 2025
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
पर्यटन
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र
झारखंड
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
शेड्यूल
धर्म संग्रह
श्रीरामचरितमानस
मध्यप्रदेश
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
ज्योतिष 2025
बॉलीवुड
विधानसभा चुनाव
धर्म-संसार
लाइफ स्टाइल
ज्योतिष
क्रिकेट
धर्म संग्रह
श्रीरामचरितमानस
मध्यप्रदेश
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
अहमद फ़राज़ की ग़ज़लें
Webdunia
1.
ND
ND
वो दुशमने-जाँ, जान से प्यारा भी कभी था
अब किससे कहें कोई हमारा भी कभी था
उतरा है रग-ओ-पै में तो दिल कट सा गया है
ये ज़ेहरे-जुदाई के गवारा भी कभी था
हर दोस्त जहाँ अबरे-गुरेज़ाँ की तरह है
ये शहर यही शहर हमारा भी कभी था
तित्ली के तअक़्क़ुब्में कोई फूल सा बच्चा
ऎसा ही कोई ख्वाब हमारा भी कभी था
अब अगले ज़माने के मिलें लोग तो पूछें
जो हाल हमारा है तुम्हारा भी कभी था
हर बज़्म में हमने उसे अफ़सुर्दा ही देखा
कहते हैं फ़राज़ अंजुमन आरा भी कभी था
2.
सुना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं
सो उसके शहर मेंकुछ दिन ठहर के देखते हैं
सुना है रब्त है उसको ख़राब हालों से
सो अपने आपको बरबाद कर के देखते हैं
सुना है दर्द की गाहक है चश्मे-नाज़ उसकी
सो हम भी उसकी गली से गुज़र के देखते हैं
सुना है उसको भी है शे'र-ओ-शायरी से शग़फ़
सो हम भी मोजज़े अपने हुनर के देखते हैं
सुना है बोले तो बातों से फूल झड़ते हैं
ये बात है तो चलो बात कर के देखते हैं
सुना है रात उसे चाँद तकता रहता है
सितारे बामे-फ़लक से उतर के देखते हैं
सुना है दिन को उसे तितलियाँ सताती हैं
सुना है रात को जुगनू ठहर के देखते हैं
सुना है हश्र हैं उसकी ग़ज़ाल सी आँखें
सुना है उसको हरन दश्त भर के देखते हैं
सुना है आईना तमसाल है जबीं उसकी
जो सादा दिल हैं उसे बन-संवर के देखते हैं
सुनाहै उसके बदन की तराश ऐसी है
के फूल अपनी क़बाएं कुतर के देखते हैं
बस इक निगाह से लुटता है क़ाफ़िला दिल का
सो रेहरवाने-तमन्ना भी डर के देखते हैं
सुना है उसके शबिस्ताँ से मुत्तसिल है बहिश्त
मकीं उधर के भी जलवे इधर के देखते हैं
रुके तो गर्दिशे उसका तवाफ़ करती हैं
चले तो उसको ज़माने ठहर के देखते हैं
किसे नसीब के बे पैरहन उसे देखे
कभी कभी दर-ओ-दीवार घर के देखते हैं
कहानियाँ ही सही सब मुबालग़े ही सही
अगर वो ख़्वाब है, ताबीर कर के देखते हैं
अब उसके शहर में ठहरें के कूच कर जाएँ
फ़राज़ आओ सितारे सफ़र के देखते हैं
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
Show comments
सभी देखें
जरुर पढ़ें
C-Section के बाद नहीं कम हो रही बैली, इन ट्रिक्स को अपनाने से मिलेगा फायदा
राइस वॉटर से बने इस कोरियन हेयर केयर मास्क से मिलेंगे घर पर ही सलून जैसे सॉफ्ट और सिल्की बाल
क्या बच्चों का माथा गर्म रहना है सामान्य बात या ये है चिंता का विषय?
क्लटर फ्री अलमारी चाहिए? अपनाएं बच्चों की अलमारी जमाने के ये 10 मैजिक टिप्स
सर्दियों में खुद को बनाए रखें फिट और तंदुरुस्त, पिएं ये प्राकृतिक हर्बल टी
सभी देखें
नवीनतम
हरिवंश राय बच्चन की जयंती, जानें जीवन परिचय और लोकप्रिय कविता मधुशाला
वेजाइना की इचिंग से हैं परेशान, इन 3 उपायों से मिनटों में पाएं आराम
ऑफिस में बनाना चाहते हैं बढ़िया इमेज तो भूलकर भी ना करें ये गलतियां
सर्दियों में कपड़ों पर लग जाते हैं रोएं? तो जानिए कपड़ों से लिंट हटाने के ये 7 आसान और असरदार तरीके
सिद्धू की पत्नी के कैंसर के देसी इलाज के दावे को लेकर टाटा मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टरों ने लोगों से की अपील
More