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उप्र में तीसरे चरण में मुकाबला- भाजपा और समाजवादी पार्टी की साख दांव पर

हमें फॉलो करें उप्र में तीसरे चरण में मुकाबला- भाजपा और समाजवादी पार्टी की साख दांव पर

अवनीश कुमार

, शनिवार, 18 फ़रवरी 2017 (16:52 IST)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश में तीसरे चरण के होने वाले मतदान के लिए विधानसभा में चुनाव प्रचार थम गया और सभी प्रत्याशी  अंदरखाने 19 तारीख को होने वाले मतदान की तैयारियों में जुट गए हैं और बचे हुए कुछ घंटों में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना  चाहते हैं, लेकिन अगर वहीं बात करें पार्टियों की तो तीसरे चरण में समाजवादी पार्टी भाजपा की साख दांव पर है। 
इसका मुख्य कारण यह भी है कि अगर तीसरे चरण में होने वाले विधानसभा पर नजर डालें तो 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टियों की साइकल खूब दौड़ी थी और सभी को पछाड़ते हुए सबसे अधिक सीटें तीसरे चरण में पड़ने वाली विधानसभा में समाजवादी पार्टी को मिली थी, लेकिन अगर वही बात करें लोकसभा चुनाव की तो तीसरे चरण में पढ़ने 
 
वाली विधानसभा में लोकसभा चुनाव के दौरान साइकल की रफ्तार थम गई थी।  सबसे तेज कमल का फूल खिला था यानी की सबसे अधिक सीटें लोकसभा में भाजपा को मिली थीं। इन सभी आंकड़ों पर अगर नजर डालें तीसरा चरण में होने वाले मतदान में समाजवादी पार्टी व भाजपा की इज्जत दांव पर लगी है तो वहीं बहुजन समाज पार्टी भी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरी है यह तो आने वाला समय बताएगा कि कमल खिलता है कि साइकल चलती है या फिर हाथी चलता है, लेकिन कुछ भी हो तीसरे चरण में होने वाले मतदान पर सभी पार्टियों की नजर होगी। 
 
ऐसा होना लाजमी भी है क्योंकि 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने बहुत जोरदार तैयारियां कर रखी हैं और साथ ही साथ तीसरे चरण के मतदान जिन जिन विधानसभा में होने हैं उन सभी विधानसभाओं में उन्होंने अपने सारे स्टार प्रचारक प्रचार के लिए उतार दिए थे यह तो वक्त ही बताएगा की ऊंट किस करवट बैठता है। 
 
इस बाबद में राजनीतिक जानकारी वह वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार ने बताया कि अगर आंकड़ों को देखें तो कहीं न कहीं समाजवादी पार्टी वे भाजपा की साख दांव पर लगी है और वहीं पर बहुजन समाज पार्टी ने भी तीसरे चरण को लेकर काफी तैयारियां कर रखी हैं अब ऐसे में यह कहना ऊंट किस करवट बैठेगा, असंभव है। 
 
एक बात है तो स्पष्ट है कि लोकसभा चुनाव को ढाई साल हो चुके हैं ढाई साल सालों में भारतीय जनता पार्टी ने क्या-क्या किया है वह सब जनता के सामने है और समाजवादी पार्टी को पूरे 5 साल हो गए हैं उन्होंने क्या-क्या किया है, इसका भी रिपोर्ट कार्ड जनता के पास है और वहीं बहुजन समाज पार्टी भी इन 5 वर्षों में समय-समय पर जनता के बीच आती रही है, लेकिन प्रदेश की सत्ता में समाजवादी पार्टी का कब्जा था तो वही सेंट्रल की सत्ता में भाजपा अब ऐसे में जनता इन दोनों पार्टियों का काम भी देख चुकी है तो कहीं ना कहीं तीसरे चरण पर नजर डालने से एक बात तो स्पष्ट होती है कि समाजवादी पार्टी व भारतीय जनता पार्टी की इज्जत दवा पर लगी है क्योंकि तीसरे चरण में पड़ने वाली विधानसभा की जनता ने अपना अटूट प्यार समाजवादी पार्टी को भी दिया है व भारतीय जनता पार्टी को भी दिया है। ऐसे मैं यह देखना होगा की जनता तीसरे चरण के 19 तारीख को मतदान में किस को पास करती और किस को फेल।

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