गोंडा जिले की बात की जाए तो सबसे पहले ब्रजभूषण शरणसिंह का नाम जरूर सामने आ जाता है, क्योंकि गोंडा व आस-पास के जनपदों में ब्रजभूषण शरणसिंह का खास दबदबा माना जाता है, किंतु गोंडा जिले की सदर विधानसभा क्षेत्र पर सभी की निगाह लगी इन दिनों क्योंकि इस विधानसभा से राजनीति दो धुरंधर एक भारतीय जनता पार्टी के बाहुबली सांसद ब्रजभूषण शरणसिंह तो दूसरे समाजवादी पार्टी के कैबिनेट मंत्री विनोद कुमार सिंह पंडित सिंह इन दोनों की राजनीतिक प्रतिष्ठा गोंडा जिले की सदर विधानसभा क्षेत्र में दांव पर लगी है, क्योंकि इन दोनों ने अपने-अपने उतराधिकारियो को इस बार सदर विधानसभा से पहली बार चुनाव मैदान में उतारा है।
1991 में राजनीति के दिग्गज यूपी टाइगर के नाम से मशहूर व कई बार सांसद रह चुके कुंवर आनंदसिंह को हराकर सांसद बने। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरणसिंह ने सदर विधानसभा से अपने बेटे प्रतीक भूषण सिंह को भाजपा से चुनाव लड़वा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इसी विधानसभा से कई बार विधायक रहे विनोद कुमारसिंह पंडित सिंह इसी विधानसभा से अपने भतीजे सूरजसिंह को प्रतिद्वंद्वी के रूप में चुनाव मैदान में है जबकि खुद विनोद कुमार सिंह जिले की तरब गंज विधानसभा से चुनाव मैदान में हैं जबकि बहुजन समाज पार्टी ने अपने पूर्व प्रत्याशी जलील खाँ पर ही विश्वास रखते हुए इस बार के विधानसभा चुनाव में भी प्रत्याशी बनाया है।
इसी विधानसभा से भाजपा के टिकट के दावेदार रहे दो प्रत्याशी महेशनारायण तिवारी व पिछली विधानसभा चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे नगर पालिका अध्यक्ष रूपेश कुमार निर्मल ने इस बार बगावत पर उतर शिवसेना का दामन थाम चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, किंतु इस विधानसभा के कुल 3,41,841 मतदाता जिसमें पुरुष मतदाता 1,84,139 मतदाता व महिला मतदाता 1,57,681 हैं जिनकी निगाह राजनीति के दो प्रबल धुरंधरों के प्रत्याशियों पर ही केंद्रित है जिसका फैसला 27 फरवरी यही मतदाता करेगे की किसका कितना जलवा कायम है।