इंदौर के चार्टर्ड अकाउंटेंट रितेश जैन ने बजट पूर्व प्रतिक्रिया में कहा कि इस बार के बजट को चुनावी रंग देने की जरूरत पड़ेगी। टैक्स के मामले में मोदी सरकार को सिक्सर लगाने की जरूरत है। जैन ने कहा कि आयकर सीमा ढाई लाख से बढ़ाकर 5 लाख की जाना चाहिए साथ ही 5 से 10 लाख का टैक्स स्लैब 20 फीसदी से घटाकर 10 प्रतिशत किया जाना चाहिए।
कॉर्पोरेट टैक्स पर चर्चा करते हुए जैन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह से उन्होंने अमेरिका में कॉर्पोरेट टैक्स घटाकर 25 फीसदी किया है, उसी तरह मोदी सरकार को भी भारत में करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 25 से 40 वर्ष के युवा को घर खरीदने के लिए लोन में रिबेट भी मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लांग टर्म कैपिटल गेन डिडक्शन को जारी रखना चाहिए। हालांकि इसका होल्डिंग पीरियड 15 से 18 माह तक किया जा सकता है।
वे कहते हैं कि नोटबंदी के बाद बैंकों में काफी पैसा जमा है। इस पैसे को टैक्स रेट कम करके प्रोडक्टिव बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि टैक्स दरें कम होंगी तो ज्यादा से ज्यादा लोग टैक्स भरेंगे।