मेलबर्न: दुनिया के नंबर एक टी20 बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव और लोकेश राहुल के अर्धशतक के बाद रविचंद्रन अश्विन की अगुआई में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से भारत आईसीसी टी20 विश्व कप के सुपर 12 के अपने अंतिम मैच में जिंबाब्वे को 71 रन से हराकर ग्रुप दो में शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंचा जहां उसकी भिड़ंत 10 नवंबर को इंग्लैंड से होगी।
भारत के 187 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जिंबाब्वे ने अश्विन (22 रन पर तीन विकेट), मोहम्मद शमी (14 रन पर दो विकेट) और हार्दिक पंड्या (16 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और पूरी टीम 17.2 ओवर में 115 रन पर ढेर हो गई। जिंबाब्वे की ओर से रेयान बर्ल (35) और सिकंदर रजा (34) ने छठे विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी की। इन दोनों के अलावा जिंबाब्वे का कोई बल्लेबाज 20 रन के आंकड़े को भी नहीं छू पाया।भुवनेश्वर कुमार, अर्शदीप सिंह और अक्षर पटेल ने भी एक-एक विकेट चटकाया।
भारत ने सूर्यकुमार की 25 गेंद में चार छक्कों और छह चौकों से नाबाद 61 रन की पारी से पांच विकेट पर 186 रन बनाए। सलामी बल्लेबाज राहुल ने भी 35 गेंद में तीन छक्कों और इतने ही चौकों से 51 रन की पारी खेली।
सूर्यकुमार ने हार्दिक पंड्या (18 गेंद में 18 रन) के साथ पांचवें विकेट के लिए सिर्फ 5.5 ओवर में 65 रन जोड़े जिससे भारत अंतिम पांच ओवर में 79 रन जुटाने में सफल रहा।
भारत ने पांच मैच में चार जीत से आठ अंक जुटाए जबकि दूसरे स्थान पर रहे पाकिस्तान ने इतने ही मैच में छह अंक हासिल किए। भारत अब गुरुवार 10 नवंबर को दूसरे सेमीफाइनल में एडीलेड में इंग्लैंड से भिड़ेगा जबकि पहला सेमीफाइनल न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच इससे एक दिन पहले सिडनी में खेला जाएगा।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे जिंबाब्वे की शुरुआत बेहद खराब रही और टीम ने आठवें ओवर में 36 रन तक ही पांच विकेट गंवा दिए जिससे टीम कभी नहीं उबर सकी।
भुवनेश्वर की पारी की पहली ही गेंद पर वेस्ले माधेवेरे (00) ने शॉर्ट कवर पर कोहली को कैच थमा दिया जबकि अर्शदीप सिंह ने अगले ओवर में रगिस चकाब्वा (00) को बोल्ड किया।
कप्तान क्रेग इर्विन (13) ने अर्शदीप और भुवनेश्वर पर चौके मारे। सीन विलियम्स (11) ने भी शमी पर छक्का जड़ा लेकिन इस तेज गेंदबाज की गेंद पर भुवनेश्वर को कैच दे बैठे।
इर्विन ने भी पंड्या को उन्हीं की गेंद पर कैच थमाया जबकि शमी ने टोनी मुनयोंगा (05) को पगबाधा करके जिंबाब्वे को पांचवां झटका दिया।
रजा और बर्ल ने इसके बाद पारी को संवारा। बर्ल ने हार्दिक और अश्विन पर चौके जड़ने के बाद अक्षर पटेल पर पारी का पहला छक्का जड़ा। रजा ने भी अश्विन और अक्षर पर चौके मारे।
बर्ल ने अक्षर पर लगातार दो चौके जड़े लेकिन अश्विन ने उन्हें बोल्ड कर दिया। उन्होंने 22 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके और एक छक्का मारा।
अश्विन ने अगले ओवर में मसाकाद्जा (01) को रोहित के हाथों कैच कराया और फिर नगारवा (01) को बोल्ड किया।अक्षर ने तेंडई चतारा (04) को अपनी ही गेंद पर लपककर भारत को जीत दिलाई।
इससे पहले सूर्यकुमार ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज रिचर्ड नगारवा की गेंद पर कुछ आकर्षक शॉट खेले। मुंबई के इस बल्लेबाज ने नगारवा के पारी के अंतिम ओवर में ऑफ साइड के बाहर की गेंद को डीप फाइन लेग पर छह रन के लिए भेजा और फिर पारी की अंतिम गेंद पर फाइन लेग पर छक्का जड़ा।
जिंबाब्वे के बाएं हाथ के स्पिनरों वेलिंगटन मसाकाद्जा (दो ओवर में बिना विकेट के 12 रन), सिकंदर रजा (तीन ओवर में 18 रन पर एक विकेट) और सीन विलियम्स (दो ओवर में नौ रन पर दो विकेट) ने बीच के ओवरों में भारत की रन गति पर लगाम कसी। विराट कोहली (25 गेंद में 26 रन) को भी इस बीच शॉट खेलने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
सूर्यकुमार और पंड्या की तेजतर्रार साझेदारी से हालांकि भारत मजबूत स्कोर तक पहुंचने में सफल रहा।ब्लेसिंग मुजरबानी (चार ओवर में बिना विकेट के 50 रन), नगारवा (चार ओवर में एक विकेट पर 44 रन) और चतारा (चार ओवर में बिना विकेट के 34 रन) महंगे साबित हुए। इस तेज गेंदबाजी तिकड़ी ने मिलकर 12 ओवर में 138 रन लुटाए।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। कप्तान रोहित शर्मा 15 रन बनाने के बाद मुजरबानी की गेंद को पुल करने की कोशिश में स्क्वायर लेग बाउंड्री पर मसाकाद्जा को कैच दे बैठे।
कोहली ने पहली ही गेंद पर मुजरबानी पर चौके से खाता खोला। उन्होंने मसाकाद्जा पर भी चौका जड़ा लेकिन पावर प्ले खत्म होने के बाद उन्हें स्पिनरों के खिलाफ रन बनाने में परेशानी हुई।
कोहली अंतत: अनुभवी विलियम्स की गेंद पर लॉफ्टेड ड्राइव खेलने की कोशिश में बर्ल को लांग ऑफ पर कैच दे बैठे। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो चौके मारे।
नगारवा का पारी का पहला ही ओवर मेडन खेलने वाले राहुल ने इसी तेज गेंदबाज पर विकेट के पीछे छक्का जड़ा। दाएं हाथ का यह बल्लेबाज अच्छी लय में दिखा और उन्होंने टूर्नामेंट का अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया।
एडीलेड: पाकिस्तान ने बेहतरीन गेंदबाजी प्रदर्शन की बदौलत रविवार को यहां ग्रुप दो के अपने महत्वपूर्ण हुए अंतिम मुकाबले में बांग्लादेश को पांच विकेट से हराकर टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई किया।ग्रुप बी में दूसरी टीम होने के कारण अब पाकिस्तान का मुकाबला 9 तारीख को न्यूजीलैंड से होगा।
सुपर 12 चरण में भारत और जिम्बाब्वे से हार के बाद टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर खड़ी पाकिस्तानी टीम के लिये उम्मीद तब जगी जब नीदरलैंड ने इसी स्थल पर हुए दिन के एक अन्य मैच में 13 रन की यादगार जीत से दक्षिण अफ्रीका को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया।
नीदरलैंड की इस उलटफेर भरी जीत से सिर्फ भारत का ही सेमीफाइनल स्थान सुनिश्चित नहीं हुआ बल्कि इससे पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच मुकाबला वर्चुअल क्वार्टरफाइनल बन गया जिसकी विजेता टीम अंतिम चार में पहुंचती।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश की टीम ने मुश्किल पिच पर बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नजमुल हुसैन शांटो की 48 गेंद में 54 रन की पारी की बदौलत तेज शुरूआत की।
लेकिन बांग्लादेश की टीम अंत में रन नहीं जुटा सकी जिसमें शाहीन अफरीदी (22 रन देकर चार विकेट) की गेंदबाजी ने अहम भूमिका अदा की। अफरीदी के टी20 अंतरराष्ट्रीय में करियर के सर्वश्रेष्ठ पदर्शन से पाकिस्तान ने प्रतिद्वंद्वी टीम को आठ विकेट पर 127 रन के स्कोर पर रोक दिया।
इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवा दिये जिससे टीम एक समय मुश्किल स्थिति में दिख रही थी। लेकिन शान मसूद ने संयम बरतते हुए टीम को 11 गेंद रहते जीत दिलायी।
पाकिस्तान ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाज बाबर आजम (25 रन) और मोहम्मद रिजवान (32 रन) के विकेट जल्द ही गंवा दिये, जिसके बाद मोहम्मद हारिस ने 18 गेंद में 31 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली।
जब टीम को सात रन चाहिए थे तो हारिस गेंद को टाइम नहीं कर सके और बांग्लादेश के कप्तान शाकिबुल हसन को कैच देकर आउट हुए।
पाकिस्तान ने इफ्तिखार अहमद के रूप में एक और विकेट गंवा दिया लेकिन तब जीत के लिये केवल दो रन चाहिए थे।
पाकिस्तानी कप्तान आजम कुछ रन बनाने के लिये बेताब दिख रहे थे। उनके सलामी जोड़ीदार मोहम्मद रिजवान को शून्य पर जीवनदान मिला जब बांग्लादेश के विकेटकीपर नुरूल हसन पहले ही ओवर में उनका कैच लपकने का मौका चूक गये।
इन दोनों ने पहले विकेट के लिये 57 रन की भागीदारी की। लक्ष्य इतना बड़ा नहीं था तो रन रेट का दबाव भी नहीं था लेकिन पावरप्ले में शानदार गेंदबाजी करने वाले बायें हाथ के स्पिनर नासुम अहमद (14 रन देकर एक विकेट) ने 11वें ओवर में आजम का विकेट झटक लिया।
फिर इबादत हुसैन ने अगले ओवर में रिजवान को आउट किया। तब पाकिस्तान को जीत के लिये 48 गेंद में 59 रन बनाने थे। हारिस ने इबादत पर एक चौका और छक्का जड़कर शुरूआत की।
इससे पहले शांटो ने टूर्नामेंट में अपना दूसरा अर्धशतक लगाया। इस दौरान वह बेहतरीन लय में दिखे और उन्होंने बड़ी सहजता से गेंद सीमारेखा तक पहुंचायी।
लिटन दास के जल्दी आउट होने के बाद शांटो और सौम्य सरकार (20 रन, 17 गेंद, एक चौका, एक छक्का) ने दूसरे विकेट के लिये 47 गेंद में 72 रन की साझेदारी निभाकर बांग्लादेश के लिये अच्छी नींव रखी।
इस समय ऐसा लग रहा था कि टीम 150 रन से ज्यादा का स्कोर बना लेगी लेकिन फिर शादाब खान (30 रन देकर दो विकेट) ने विकेट गिराने का सिलसिला शुरू किया।
इस लेग स्पिनर ने दो गेंद में दो विकेट झटक लिये जिसमें बांग्लादेशी कप्तान शाकिबुल हसन का शून्य पर संदिग्ध डीआरएस आउट होना भी शामिल रहा।
शांटो का ध्यान भंग नहीं हुआ और वह आराम से अपनी पारी आगे बढ़ाते रहे। इस तरह उन्होंने 46 गेंद अपने 50 रन पूरे किये।
लेकिन पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम की ऑफ स्पिनर इफ्तिखार अहमद को गेंदबाजी पर लगाने की रणनीति कारगर रही जिन्होंने शांटो को आउट कर लगाम कसी। इस गेंदबाज ने तीन ओवर में 15 रन देकर एक विकेट हासिल किया।
फिर अफरीदी ने दो ओवर में छह गेंद में मोसादेक हुसैन, नुरूल हसन और तास्किन अहमद के विकेट झटके।
तेज गेंदबाज हारिस रऊफ ने भी अच्छी गेंदबाजी करते हुए 21 रन देकर एक विकेट प्राप्त किया।(भाषा)