इस दीपावली भी नहीं बदली सबसे पुराने शेयर बाजार की तकदीर

Webdunia
गुरुवार, 19 अक्टूबर 2017 (17:39 IST)
कोलकाता। देश के सबसे पुराने शेयर बाजार की किस्मत गुरुवार से शुरू हुए संवत 2074 में भी नहीं बदली। कलकत्ता शेयर बाजार एक और दीपावली अंधेरे में मनाने पर मजबूर रहा।
 
बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने इस सबसे पुराने शेयर बाजार में अप्रैल 2013 से कारोबार निलंबित किया हुआ है। तब से इसके अपने कारोबारी मंच सी-स्टार पर कोई कारोबार नहीं हुआ है।
 
शेयर बाजार के एक पूर्व निदेशक ने बताया कि भाग्य में यहां कोई बदलाव नहीं हुआ है। अब भी सबकुछ अधर में लटका हुआ है। एक अन्य पूर्व निदेशक ने बताया कि नए प्रबंधन की डिफॉल्टरों के साथ मौन सहमति है और वे बदलाव की हर कोशिश को रोक दे रहे हैं।
 
उन्होंने आरोप लगाया कि सेबी नहीं चाहता है कि इस शेयर बाजार में कारोबार शुरू हो। डिफॉल्टर भी चाहते हैं कि यह बंद ही रहे ताकि उगाही की कोशिशें खत्म हो जाएं। प्रबंधन सभी मुख्य डिफॉल्टरों से मिला हुआ है।
 
कलकत्ता शेयर बाजार के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुब्रतो दास इस बाबत टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हो सके। उल्लेखनीय है कि केतन पारेख के समय में इस शेयर बाजार में 120 करोड़ रुपए का घपला हुआ था। (भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्‍या अमेठी से चुनाव लड़ेंगे राहुल गांधी, स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर किया कटाक्ष

बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट केस : NIA ने जारी की हमलावर की तस्वीर, सूचना देने वाले को 10 लाख का इनाम

क्या TMC से Lok Sabha Election लड़ने वाले हैं Sourav Ganguly? ममता से मुलाकात के बाद लगे कयास

पानी के भीतर चलने वाली देश की पहली मेट्रो लाइन, जानिए क्या हैं विशेषताएं

राहुल जी के दिन इतने ख़राब नहीं हुए कि सिलेंडर को फ्लाइंग किस दें, सारिका पासवान ने स्‍मृति ईरानी को ये क्‍या कह दिया

सभी देखें

नवीनतम

2024-25 में भी दिल्लीवालों को मुफ्त मिलेगी बिजली, आएंगे Zero बिल

जब भी उज्जैन में कुंभ मेला होता है तो भाजपा जीतती है : मुख्यमंत्री यादव

इंदौर के 2 भाइयों ने 1900 से ज्यादा बाल विवाह रोककर रचा विश्व कीर्तिमान

30 लाख सरकारी नौकरियों से लेकर पेपर लीक से मुक्ति तक, क्‍या है राहुल गांधी की 5 बड़ी गारंटी?

असम राइफल्स की बड़ी कार्रवाई, 9.6 करोड़ की हेरोइन के साथ म्यांमार का नागरिक गिरफ्तार

अगला लेख
More