मुंबई। रिजर्व बैंक (आरबीआई) के महंगाई बढ़ने की आशंका जताने और वैश्विक स्तर से मिले नकारात्मक संकेतों से बुधवार को घरेलू शेयर बाजारों में चौतरफा बिकवाली रही। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 205.26 अंक लुढ़ककर डेढ़ महीने के निचले स्तर 32,597.18 अंक पर आ गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 74.15 अंक टूटकर करीब दो महीने के निचले स्तर 10,044.10 अंक पर आ गया। लगातार सात कारोबारी दिवसों में से छह में शेयर बाजार लुढ़का है। रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष की पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में उम्मीद के अनुरूप ब्याज दरें यथावत रखी हैं, लेकिन उसने आने वाले समय में महंगाई का दबाव बढ़ने का भी पूर्वानुमान जताया है। वैश्विक दबाव में बाजार पहले से ही लाल निशान में था। रिजर्व बैंक की नीति जारी होने के बाद इसकी गिरावट और बढ़ गई।
चौतरफा बिकवाली के बीच मझौली और छोटी कंपनियों में भी गिरावट रही। बीएसई का मिडकैप 0.89 प्रतिशत लुढ़ककर 16,662.88 अंक पर आ गया। स्मॉलकैप 0.66 प्रतिशत की गिरावट में 17,800.83 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 2,799 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1,644 में बिकवाली और 978 में लिवाली का जोर रहा जबकि 177 के शेयरों के भाव अपरिवर्तित बंद हुए।
सेंसेक्स 3.94 अंक की गिरावट के साथ 32,798.50 अंक पर खुला। शुरुआती कारोबार में 32,804.75 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद इसमें लगातार गिरावट देखी गई। मौद्रिक नीति बयान जारी होने से पहले इसकी गिरावट करीब सवा सौ अंक के आसपास थी।
बयान जारी होने के बाद यह 32,565.16 अंक के दिवस के निचले स्तर तक उतर गया। कारोबार की समाप्ति पर यह गत दिवस के मुकाबले 0.63 प्रतिशत यानी 205.26 अंक लुढ़ककर 32,597.18 अंक पर बंद हुआ जो 23 अक्टूबर के बाद का इसका निचला स्तर है।
आईटी, टेक और एनर्जी समूह को छोड़कर अन्य में गिरावट रही। धातु समूह में सबसे ज्यादा दो प्रतिशत की गिरावट रही। सेंसेक्स की कंपनियों में सनफार्मा और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर सर्वाधिक दो प्रतिशत से ज्यादा टूटे। रिलायंस इंडस्ट्रीज में सबसे ज्यादा करीब पौने दो प्रतिशत की तेजी रही। (वार्ता)