नई दिल्ली। पैनासोनिक ओपन गोल्फ टूर्नामेंट में अब तक छह भारतीय विजेताओं में से कोई भी अपना खिताब बचा नहीं पाया है लेकिन गत चैंपियन भारत के शिव कपूर ने विश्वास व्यक्त किया है कि वह गुरुवार से यहां दिल्ली गोल्फ क्लब में होने वाले 4 लाख डॉलर के इस टूर्नामेंट के 8वें संस्करण में अपना खिताब बचाने में कामयाब होंगे।
पैनासोनिक ओपन की शुरुआत 2011 में हुई थी और इस टूर्नामेंट को अनिर्बान लाहिड़ी, दिग्विजय सिंह, ऑस्ट्रेलिया के वेड ऑर्मस्बी, एसएसपी चौरसिया, चिराग कुमार, मुकेश कुमार और शिव कपूर ने जीता है। टूर्नामेंट में छह भारतीय विजेताओं में कोई भी अगले टूर्नामेंट में अपना खिताब नहीं बचा पाया।
टूर्नामेंट के 8वें संस्करण के लिए मंगलवार को यहां दिल्ली गोल्फ क्लब में यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपना खिताब बचाने का इतिहास बना पाएंगे, शिव ने मुस्कराते हुए कहा, 'मैं यहां 7 साल से कोशिश कर रहा था और मुझे पिछले साल जाकर कामयाबी मिल पाई। इस बार पहले तीन दिन मेरी यही कोशिश रहेगी कि मैं खुद को लीडरबोर्ड पर बनाए रखूं। इससे दूसरे खिलाड़ियों पर दबाव आएगा और खिताब जीतने के लिए मेरा मनोबल भी मजबूत होगा।'
किसी तरह के दबाव के बारे में पूछे जाने पर पिछले साल एशियन टूर में तीन खिताब जीतने वाले शिव ने कहा 'किसी टूर्नामेंट में गत चैंपियन के रूप में उतरना आपको सुखद अहसास देता है। मैं इसे किसी दबाव के बजाये विशेष अहसास और सकारात्मक दबाव के रूप में देखता हूं।'
36 वर्षीय शिव ने पिछले साल पैनासोनिक ओपन का खिताब जीतने के अलावा एशियन टूर में दो और खिताब जीते थे। उन्होंने साथ ही कहा, 'हालांकि 2017 के बाद मैं अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रख पाया लेकिन फिलहाल मेरा खेल सुधार पर है और मुझे उम्मीद है कि मैं यहां फिर अच्छी शुरुआत करूंगा।'
पैनासोनिक ओपन में विजेता को 72 हजार डॉलर, दूसरे स्थान को 44 हजार डॉलर और तीसरे स्थान को 25200 डॉलर मिलेंगे। टूर्नामेंट में भारत के शीर्ष सितारों और युवा गोल्फरों के साथ 17 अन्य देशों के कई अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी भी उतरेंगे।