पणजी। मुंबई सिटी एफसी की हीरो इंडियन सुपरलीग (आईएसएल) के 5वें सीजन का खिताब जीतने की उम्मीदें लगभग खत्म-सी हो गई हैं। इसका कारण दूसरे सेमीफाइनल के पहले चरण के मैच में एफसी गोवा के हाथों से मिली 1-5 की हार है।
अब दूसरे चरण के मैच में मुंबई, गोवा से उसके घर जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में उतरेगी। इस मैच में सिर्फ चमत्कार ही मुंबई को फाइनल में पहुंचा सकता है अन्यथा यह जॉर्ज कोस्टा की मुंबई का इस सीजन का आखिरी मैच ही साबित होगा। भारतीय फुटबॉल में कोई भी टीम इस तरह से पिछड़ने के बाद वापसी नहीं कर सकी और कोस्टा जानते हैं कि उनकी टीम के एक बड़ा उलटफेर करने की संभावनाएं न के बराबर हैं।
मैच से पहले कोस्टा ने कहा कि फुटबॉल और जिंदगी में हम कभी भी न नहीं कह सकते, लेकिन सच्चाई यह है कि परिणाम को बदलना बेहद मुश्किल है। ईमानदारी से कहूं तो हां, हमारे पास परिणाम बदलने का एक बहुत छोटा-सा मौका है। अगर आप चाहते हैं कि मैं यह कहूं कि हम यहां 6 से 7 गोल करने के लिए आए हैं तो मैं कहूंगा कि हम कोशिश जरूर करेंगे। मैंने फुटबॉल में ऐसी चीजें देखीं हैं जिन पर कोई विश्वास नहीं कर सकता, लेकिन आमतौर पर पहले चरण के बाद से परिणाम बदलना बेहद मुश्किल है।
मुंबई फुटबॉल एरेना में खेले गए पहले चरण के मैच में मुंबई पहले हॉफ तक मैच में थी। पहले हॉफ में वह हालांकि 1-2 से पीछे थी लेकिन उसकी वापसी की संभावनाएं बनी हुई थीं, लेकिन दूसरे हॉफ में गोवा ने जादू-सा किया और 3 गोल और करते हुए मुंबई को ऐसी हार सौंपी जिसके बाद दूसरे चरण में उसे विशाल अंतर से जीत के अलावा कोई और विकल्प सूझ नहीं रहा है।
लीग स्टेज में जब मुंबई की टीम गोवा के खिलाफ उसके घर में खेलने गई थी, तो 0-5 से हारकर आई थी। पहले चरण के बाद से गोवा की मुंबई के खिलाफ गोलों की संख्या 3 मैचों में 12 हो गई है जबकि आईएसएल में गोवा की मुंबई के खिलाफ कुल गोलों की संख्या 24 पहुंच गई है। मुंबई ने सिर्फ 9 गोल किए हैं लेकिन यह सब अब अतीत की बात है और गोवा के कोच सर्जियो लोबेरा इस मैच को हल्के में लेने के मूड़ में नहीं हैं।
लोबेरा ने कहा कि मैं इस मैच में सम्मान के साथ उतरूंगा, क्योंकि हम एक मजबूत टीम का सामना कर रहे हैं। हम अभी तक अपने आप को फाइनल में नहीं देखते हैं। अगर हम सोचते हैं कि हम फाइनल में हैं तो यह हमारी गलती होगी इसलिए हमें 100 फीसदी तैयार रहना होगा। माउतार्दा फॉल मोदू सोगू को रोकने में सफल रहे थे तो वहीं पाउल मचादो मिडफील्ड में अहमद झाऊ के साथ संघर्ष कर रहे थे। अर्नाल्ड इसोको राइट विंग पर बेहतरीन खेल रहे थे लेकिन मुंबई की खराब फिनिशिंग के कारण वह ज्यादा कारगर साबित नहीं हो सके।
फेरान कोरोमिनास गोवा के खतरनाक खिलाड़ी हैं। उन्होंने अभी तक 16 गोल और 7 एसिस्ट किए हैं, वहीं मुंबई के सोगू ने 12 गोल किए हैं लेकिन कोस्टा इस मैच में सोगू से उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे होंगे। मुंबई को गोवा को सिर्फ गोल करने से नहीं रोकना है बल्कि उसे मौकों को भुनाते हुए गोल भी करने होंगे। मैच में सभी कुछ मुंबई के खिलाफ है, ऐसे में क्या वो चमत्कार कर पाएगी? (भाषा)