रोहतक। विश्व सीरीज मुक्केबाजी में भारतीय टीम इंडियन टाइगर्स बेशक कजाकस्तान की टीम अस्ताना अरलैंस के खिलाफ 2-3 से हार गई, लेकिन रोहतक के खिलाड़ी संजीत और मणिपुर के 17 साल के मुक्केबाज मोहम्मद इतास खान ने सबका दिल जीत लिया।
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) द्वारा समर्थित इंडियन टाइगर्स टीम के लिए खेल रहे इन दो मुक्केबाजों ने अरलैंस टीम के अनुभवी मुक्केबाजों के खिलाफ शनिवार को शानदार खेल दिखाया और जीत हासिल की। भारत के अन्य तीन मुक्केबाजों ने भी अच्छा खेल दिखाया, लेकिन वे तमाम प्रयासों के बाद भी तीन बार के चैंपियन कजाक मुक्केबाजों के अनुभव के आगे नहीं टिक सके।
भारतीय टीम को दिन के पहले मुकाबले में हार मिली थी, लेकिन दूसरे मुकाबले में जीत के साथ उसने शानदार वापसी की और स्कोर 1-1 कर दिया। इसके बाद तीसरे मुकाबले में भी उसे हार मिली लेकिन यह मुकाबला काफी रोचक हुआ। चौथा मुकाबला भारतीय टीम एकतरफा अंदाज में हार गई लेकिन पांचवें मुकाबले में रोहतक के मुक्केबाज संजीत ने शानदार जीत के साथ टीम को 2-3 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
चौथे मैच में आशीष की हार के साथ यह हेवीवेट मुकाबला महज औपचारिकता रह गया था लेकिन संजीत ने इसे रोचक बना दिया। भारत में पहली बार हो रहे इस चैंपियनशिप के ग्रुप-सी के पहले मैच में लाइट फ्लाइ कटेगरी (46-49 किग्रा) में इंडियन टाइगर्स के श्याम कुमार काकरा का सामना तेमिरास झुसुपोव से हुआ।
काकरा ने बेहतरीन खेल दिखाया लेकिन वे अनुभवी झुसुपोव के अनुभव के आगे हार गए। अंत के दो राउंड में अपने बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी हालांकि काकरा 1-2 से हार गए। इस तरह झुसुपोव ने इस चैंपियनशिप में लगातार 12वीं जीत हासिल की। (वार्ता)