पुरुष फ्रीस्टाइल पहलवानों की तरह महिला पहलवानों में से सिर्फ एक ने फ़िनलैंड के शहर टेम्पेरे में चल रही विश्व जूनियर कुश्ती प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता।
पुरुष फ्रीस्टाइल पहलवानों में केवल वीरदेव गूलिया ने 74 किग्रा वजन वर्ग में कांस्य पदक जीता जबकि सात अन्य पहलवान खाली हाथ रहे। महिला वर्ग में भी यही स्थिति रही। मंजू कुमारी ने 59 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता और बाकी सात पहलवानों के हाथ खाली रहे।
भारत ने अब तक पुरुष फ्रीस्टाइल और महिला वर्ग में कुल दो कांस्य पदक जीते हैं। टूर्नामेंट में अब शनिवार से ग्रीको रोमन शैली की शुरुआत हुई।
मंजू ने प्री क्वार्टर फाइनल में बुल्गारिया की एलेक्सांद्रिना काशीनोवा को 5-1 से पराजित किया लेकिन वह क्वार्टरफाइनल में जापान की यूजुरू कुमानो से 0-10 से हार गई। मंजू ने रेपचेज़ में कनाडा की तियाना ग्रेस को 4-0 से हराकर कांस्य पदक मुकाबले में प्रवेश कर लिया जहां उन्होंने यूक्रेन की इलोना प्रोकोपेवनियूक को 2-0 से पराजित कर देश को कांस्य पदक दिला दिया।
44 किग्रा वर्ग में दिव्या तोमर को रेपचेज़ में बुल्गारिया की फात्मे इब्राइमोवा से हार का सामना करना पड़ा और वह कांस्य पदक के मुकाबले में जाने से चूक गईं। 51 किग्रा वर्ग में नंदिनी सलोखे को मंगोलिया की बोलोर एर्डेन ने 10-4 से पराजित किया जबकि 67 किग्रा में पूजा की चुनौती प्री क्वार्टर फाइनल में टूट गई। जर्मनी की थेरेसा एलिसा ने पूजा को 6-3 से हराया।
48 किग्रा में अंकुश को प्री क्वार्टर फाइनल में कजाखिस्तान की मरीना जाकशिवशकाया ने 3-2 से पराजित कर दिया। 55 किग्रा में पूजा गहलोत रेपचेज़ तक पहुंची लेकिन वहां उन्हें चीन की जिंग लियांग ने 8-3 से हराकर उनका कांस्य पदक के मुकाबले में जाने का सपना तोड़ दिया।
63 किग्रा में रेशमा अनिल माने को कनाडा की निकोल कैसिया ने 10-0 से पराजित किया जबकि 72 किग्रा में पूजा को जापान की यासूहा मात्सुयूकी ने 10-6 से हरा दिया। पूजा हालांकि फिर रेपचेज़ में पहुंची, जहां उन्होंने बुल्गारिया की बोरियाना बोरिसोवा को 11-6 से हराया। उन्हें कांस्य पदक में जाने के लिए ताइपे की हुईचांग को हराना था लेकिन वह 0-4 से मात खा गई। (वार्ता)