इंदौर। लखनऊ में आयोजित 16वीं राष्ट्रीय मास्टर्स तैराकी चैंपियनशिप में मध्यप्रदेश के तैराकों ने 4-4 स्वर्ण पदक जीतते हुए 4 आयु समूह में व्यक्तिगत चैंपियनशिप जीती। इन तैराकों में इंदौर के जगदीश सिंह दिखित भी शामिल थे, जिन्होंने कुल 4 पदक जीते, जिसमें 3 स्वर्ण और 1 कास्य पदक शामिल था।
तीन दिवसीय उक्त चैंपियनशिप में अभय प्रशाल के स्वीमिंग कोच जगदीश सिंह दिखित ने 65 से 70 वर्ष के आयु वर्ग में 100 मीटर, 200 मीटर और 400 मीटर की फ्री स्टाइल में स्वर्णिम सफलता अर्जित की, 50 मीटर में उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। दिखित के आयु वर्ग में करीब 100 तैराकों ने हिस्सा लिया था।
66 वर्षीय दिखित राष्ट्रीय स्तर पर अब तक 20 पदकों से अपना गला सजा चुके हैं। उनके पदकों का सिलसिला 1977 के ओपन नेशनल से शुरू हुआ था, जो आज भी जारी है।
दिखित का सम्मान : राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश को गौरवान्वित करने वाले जगदीश सिंह दिखित के सम्मान समारोह में अभय प्रशाल के विनय छजलानी, श्रीमती सुनीता छजलानी, नीलेश देव, सुनील अरोरा समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
1984 में एनआईएस के बाद कोचिंग : जगदीश सिंह दिखित ने 1984 में राष्ट्रीय खेल संस्थान पटियाला से एनआईएस करने के बाद कोचिंग की शुरुआत की, वे 20 वर्षों तक मध्यप्रदेश पुलिस तैराकी टीम के चीफ कोच रहे।
फरवरी 2015 में इन्हीं की देखरेख में अभय प्रशाल का स्वीमिंग पूल शुरू हुआ और तभी से वे यहां मुख्य तैराकी कोच हैं। दिखित द्वारा यहां तैयार किए गए तैराक राज्य तथा राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं। जिनमें प्रमुख है निष्ठी खागदीवाल।
मध्यप्रदेश को 4 वर्गों में व्यक्तिगत चैंपियनशिप : दिखित ने 65 से 70 वर्ष आयु समूह में व्यक्तिगत चैंपियनशिप जीती, जबकि उज्जैन के दिलीप जोशी ने 55 से 60 वर्ष (4 स्वर्ण) भोपाल के डॉ. केसी ने 50 से 55 वर्ष (4 स्वर्ण), भोपाल के ही डॉ. विक्रम बाथम ने 45 से 50 वर्ष (3 स्वर्ण, 1 कास्य) आयु वर्ग में व्यक्तिगत चैंपियनशिप हासिल की।