नई दिल्ली। नोटबंदी के माहौल में जहां एक ओर पूरे देश का काम-धंधा चौपट हो गया है और हर कोई व्यक्ति सुबह से शाम तक सरकार के फैसले को अपनी अंतर्आत्मा से कोसते हुए थक नहीं रहा है, ऐसे नकारात्मक माहौल में कोई फिल्म चंद दिनों में बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ दे तो अचंभा ही होता है। आमिर खान की फिल्म 'दंगल' की सब तरफ चर्चा है और यह फिल्म तारीफें भी बटोर रही है लेकिन इन तारीफों के बीच प्यारा राम सोंधी नाम का वो शख्स भी है, जिसे फिल्म में कोच के नकारात्मक पहलू को दिखाए जाने से सख्त ऐतराज है। यह वही कोच है, जो असली जिंदगी में गीता फोगाट का कोच रहा है, जिसकी जिंदगी पर यह फिल्म है...
आमिर खान को बॉलीवुड में 'मिस्टर परफेक्शनिस्ट' माना जाता है, लेकिन उनसे भी चूक हो गई जिसकी वजह से राष्ट्रमंडल खेलों में गीता फोगाट के कोच प्यारा राम बेहद खफा हैं। इसकी वजह यह है कि फिल्म में कोच का किरदार बिलकुल उलट दिखाया गया है, जबकि हकीकत कुछ और ही है...प्यारा राम फगवाड़ा में रहते हैं और उन्हीं की छत्रछाया में गीता फोगाट ने कुश्ती के गुर सीखे और महिला कुश्ती में भारत का परचम लहराया।
गीता के कोच ने कहा कि महावीर फोगाट बहुत ही साधारण व्यक्ति के साथ ही बेहद सज्जन पुरुष हैं। उन्होंने भारतीय कुश्ती टीम के प्रशिक्षण शिविर में कभी कोई दखल नहीं दिया। मैंने गीता के अलावा उनकी बहन बबीता को कुश्ती की ट्रेनिंग दी है लेकिन पिता महावीर को मुझ पर पूरा भरोसा था। फिल्म 'दंगल' में महावीर फोगाट को कमरे में बंद करने वाली कहानी भी पूरी तरह झूठी है क्योंकि वास्तविकता में ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था। एक और बात बताना चाहूंगा कि गीता और बबीता ने कुश्ती शिविर के दौरान सिनेमाघर में जाकर कभी कोई फिल्म नहीं देखी।
प्यारा राम के मुताबिक, आमिर की फिल्म में कोच और गीता के बीच मतभेद की जो बात बताई गई है, वह भी झूठ का पुलिंदा है। मेरे और गीता के बीच कभी कोई मतभेद होने का सवाल ही पैदा नहीं होता। यहां पर मैं बताना चाहूंगा कि जब गीता ने राष्ट्रमंडल खेलों में कुश्ती का स्वर्ण पदक जीता था, तब गीता को पता भी नहीं था कि उनके पिता महावीर कहां बैठे हैं, जबकि फिल्म में यह दिखाया गया है कि साजिश करके कोच उन्हें अंधेरे कमरे में बंद कर देते हैं ताकि वह बेटी का मैच न देख सकें...
बहरहाल, नितेश तिवारी द्वारा निर्देशित फिल्म 'दंगल' इस वक्त सबसे ज्यादा सुर्खियों में है। फिल्म की कहानी, आमिर खान का किरदार और कुश्ती लड़ने वाली लड़कियों की अदाकारी भरपूर वाहवाही लूट रही है। काश! आमिर खान कोच के किरदार के साथ इंसाफ करते और वो सच दुनिया को दिखाते जिसकी चर्चा गीता फोगाट के कोच प्यारा राम कर रहे हैं, तो यकीनन उनके साथ न्याय होता...यह भी हैरत की बात है कि 2 साल में बनी इस फिल्म में खुद आमिर गीता के पिता महावीर फोगाट से बीसियों मर्तबा मिले, लेकिन इसके बाद भी वे छोटी सी चूक कर बैठे...