विंबलडन के कोर्ट नंबर 2 पर सोंगा और सैम क्वेरी के बीच चल रहे रोमांचक मैच में भी गुरुवार को अगर सीटें खालीं थीं तो उसकी वजह एंडी मरे और फोगनीनी का मैच था। सेंटर कोर्ट तो पहले से ही पूरा भरा हुआ था तो बाकी कोर्ट के दर्शकों ने हेनमन हिल कहें या मरे माउंड, हर कोने को भर दिया।
यहां लगी बड़ी स्क्रीन के सामने का माहौल सेंटर कोर्ट को भी मात दे देता है, क्योंकि यहां कोई आपको सेंटर कोर्ट के नियम जो नहीं पालने पड़ते, यहां हर पॉइंट को पूरी मस्ती के साथ देखा जा सकता है और माहौल और भी ज्यादा जमता है अगर एंडी मरे मैदान पर हैं तो।
वैसे मरे खुशनसीब ही थे, जो 4 सेटों में मैच जीत गए, क्योंकि एक समय चौथे सेट में फोगनीनी 5-2 से आगे थे, फोगनीनी को उनके करीबी रोमन राजा बुलाते हैं, ऐसा करने की वजह उनका कोर्ट पर किसी राजा की ही तरह बर्ताव होना है। कोर्ट के बाहर वे एकदम सामान्य ही हैं और इस बात का प्रदर्शन फोगनीनी ने खूब किया। उनकी चाल से वे रोम के ही नहीं, विंबलडन के भी राजा लग रहे थे, मगर यहां अभी राज कर रहे मरे पर अच्छी-खासी बढ़त के बाद भी मैच को 5वें सेट में नहीं ले जा पाए।
इस मैच से पहले नडाल के लिए खतरा माने जा रहे केरेन ने तीसरे और आखिरी सेट को छोड़कर नडाल को कोई खास परेशानी नहीं दी। नडाल विंबलडन में काफी सालों बाद इतनी सहजता से खेल रहे हैं और हर गुजरते मैच के साथ दावेदारी और मजबूत कर रहे हैं।
वीनस के लिए दिन काफी अच्छा रहा। पहले तो उन्होंने जापान की ओसाका को सीधे सेटों में हरा दिया, इसके साथ ही वे उनके ऊपर चल रहे एक्सीडेंट के केस को जीत भी गईं। इस केस का उन पर कितना तनाव है इसे पहले ही देखा जा चुका है। अब जब यह तनाव हट गया है तो वीनस के खेल पर इसका असर जरूर पड़ेगा।
आगामी मैचों में जोकोविच और गुलबिस के मैच में उलटफेर हो सकने की संभावनाएं हैं, वहीं मिशा जवेरेव इस मैच के बाद फेडरर से खेलेंगे। इस मैच में फेडरर को पहले सेट की शुरुआत में थोड़ी मुश्किलें हो सकती हैं, मगर इससे ज्यादा का खुद मिशा ने भी नहीं सोचा होगा।