नई दिल्ली। प्रेसिडेंट्स कप के रजत पदकधारी गौरव चौहान (91 किग्रा) और पूर्व युवा विश्व चैम्पियन ज्योति गुलिया (51 किग्रा) ने रजत पदक अपने नाम किए जिससे भारत ने हंगरी के डरब्रेसेन में 64वें बोक्सकाई मेमोरियल टूर्नामेंट में अपना अभियान 5 पदक से समाप्त किया।
दक्षिण एशियाई खेलों के स्वर्ण पदकधारी चौहान को फाइनल में कजाखस्तान के ऐबेक ओरलबे से 0-4 से हार का सामना करना पड़ा। उन्हें सेमीफाइनल में वाकओवर मिला था।
गुलिया (51 किग्रा) ने भी रजत पदक से संतोष किया, उन्हें रूस की सोलुईयानोवा श्वेतलाना से फाइनल में 2-3 से हार मिली। गुलिया ने सेमीफाइनल में कनाडा की मैंडी बुजोल्ड को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। दो अन्य भारतीय मुक्केबाज मनीषा (57 किग्रा) और पीएस प्रसाद (52 किग्रा) ने भी चैम्पियनशिप में रजत पदक हासिल किए थे।
एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता मनीषा को फाइनल में विश्व चैम्पियनशिप की रजत पदकधारी रूस की लियूडमिला वोरोंतसोवा से हार मिली थी। प्रसाद को कजाखस्तान के मखमूद सब्रिखान से पराजय का सामना करना पड़ा था। सचिन ने चैम्पिययनशिप के 57 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता।