इस बार का सूर्य ग्रहण क्यों है खास, 12 बिंदुओं से जानिए हर बात

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Solar Eclipse 2021: 10 जून के कंकणाकृति सूर्य ग्रहण के बाद बाद वर्ष का अंतिम सूर्यग्रहण 4 दिसंबर को दिखाई देगा। आओ आओ जानते हैं कि इस सूर्यग्रहण की खास 12 बातें।
 
 
1. यह सूर्य ग्रहण शनि अमावस्या के दिन देखा जाएगा। शनिवार को जब भी अमावस्या आती है तो उसे शनि अमावस्या कहते हैं जिसका ज्योतिष में खासा महत्व रहता है।
 
2. सूर्य ग्रहण तब होता है जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है।
 
3. यह सूर्य ग्रहण आंशिक या उपच्छाया ग्रहण बल्कि खग्रास सूर्य ग्रहण होगा। आंशिक ग्रहण तब होता है जब सूर्य और चंद्रमा धरती एक सीधी लाइन में नहीं होते और चंद्रमा सूर्य के एक हिस्से को ही ढंक पाता है। यह स्थिति खण्ड-ग्रहण या खंडग्रास ग्रहण कहलाती है।
 
 
4. साल का आखिरी सूर्य ग्रहण दक्षिण अफ्रीका, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका और अटलांटिक के दक्षिणी भाग के लोगों को दिखाई देगा। भारत में इसका असर ज्यादा नहीं होगा।
 
5. सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर की सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगा, जो दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा। 
 
6. यह सूर्य ग्रहण लगभग चार घंटे तक चलेगा। इसे चार घंटे तक देखा जा सकेगा।
 
7. यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, जिसके कारण यहां सूतक काल मान्य नहीं होगा। सूर्य ग्रहण के प्रारंभ होने से 12 घंटे पूर्व ही सूतक काल प्रारंभ हो जाता है। हालांकि जहां दिखाई देगा वहां सूतक काल के नियम पालन करना चाहिए।
 
 
8. माना जा रहा है कि इस सूर्य ग्रहण का वृषभ, मिथुन, सिंह, कन्या, मकर और कुंभ राशि वालों पर शुभ प्रभाव पड़ेगा।
9. इस दिन पानी को छान कर और उसमें तुलसी पत्ता डालकर ही सेवन करें। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दिन सावधान रहते हुए घर के बाहर नहीं निकलना चाहिए। इस दिन भजन, ध्यान या प्रार्थना करना चाहिए। इस दिन हो सके तो योग या साधना करना चाहिए। इस दिन सूर्य देव के बीज मन्त्र का जप करना चाहिए। इस दिन सूर्य ग्रहण के बाद घर में सभी ओर जल से शुद्धिकरण करें। ग्रहण के तुरंत बाद स्नान और पूजा पाठ करें। ग्रहण के बाद ही भोजन बनाएं और खाएं। भोजन में तुलसी का पत्ता जरूर मिला लें। ग्रहण में उपरोक्त सावधानी नहीं रख रहे हैं तो कम से कम खानपान और शुद्धिकरण में सावधानी जरूर रखें। इस दिन मंदिर में प्रतिमा का शुद्धि करण भी किया जाना चाहिए।
 
 
10. यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा, परंतु फिर भी सूर्य ग्रहण के दिन किए जाने वाले कार्य जान लें क्योंकि ग्रहण का असर तो संपूर्ण धरती पर ही होगा।
 
11. सूर्य ग्रहण देखने के लिए अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए एक्लिप्स ग्लास का इस्तेमाल करना चाहिए। घर के बने फिल्टर या पारंपरिक धूप के चश्मे का इस्तेमाल न करें इससे आंखें खराब हो सकती है।
 
 
12. जो बच्चे ग्रहण देखना चाहते हैं वे माता-पिता की देखरेख में ऐसा कर सकते हैं, क्योंकि यह तय करना जरूरी है कि बच्चे किस तरह के ग्लास से यह देख रहे हैं।
 

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