- आलोक 'अनु'
उज्जैन। जूना के बाद शनिवार को आह्वान अखाड़े के द्वारा भी करीब डेढ़ हजार नागाओं को संन्यास दीक्षा दी गई। इनमें करीब 50 महिला नागा संन्यासिनी भी शामिल थीं। दीक्षा की अंतिम प्रक्रिया शिप्रा किनारे दत्त अखाड़ा घाट पर पूरी करवाई गई। यहां सभी नागाओं ने अपना पिंडदान कर शिप्रा स्नान भी किया।
संन्यास दीक्षा के दौरान नव नागाओं में काफी उत्साह रहा। आह्वान अखाड़े के मेला प्रभारी व महामंत्री महंत सत्यगिरिजी ने बताया कि दीक्षा लेने वालों में देश के अलावा विदेशों के भी संन्यासी शामिल थे। जो कि अखाड़े के विभिन्न संतों के संपर्क में आने के बाद इस स्टेज तक पहुंचे थे।
अब ये सभी अपने-अपने गुरुओं के निर्देशानुसार आगे गतिविधियां को अंजाम देंगे और जो मंत्र इन्हें मिला है। उसका जाप करते रहेंगे। इन्हें जो मंत्र दिया जाता हैं वह इन्हें हमेशा याद रखना रहता है। बीच में कई बार इनसे उसके बारे में पूछा जा सकता है।