श्राद्ध पर्व के 8वें दिन बरसते हैं गजलक्ष्मी के आशीर्वाद, आजमाएं यह उपाय

Webdunia
बहुत कम लोग जानते हैं कि भाद्रपक्ष की शुक्ल अष्टमी (राधा अष्टमी) से लेकर श्राद्ध की अष्टमी तक महालक्ष्मी के विशेष आशीष झरते-बरसते हैं।
 
पितृ पक्ष की अष्टमी के दिन किसी भी ब्राह्मण सुहागन स्त्री को सोना,कलश, इत्र, जरकन, आटा, शक्कर और घी भेंट करें। इसके अलावा किसी कुंवारी कन्या को नारियल, मिश्री, मखाने तथा चांदी का हाथी भेंट करना उचित रहेगा।
 
ऐसा करने से महालक्ष्मी अवश्य प्रसन्न होंगी। इसके अलावा ये सभी सामग्रियां आप चाहें तो अपनी बेटी को भी दे सकते हैं।
 
अगर आप भी चाहते हैं धन की बरखा में सुखद स्नान तो गजलक्ष्मी व्रत है अंतिम अवसर। यह विशेष संयोग अत्यंत शुभदायक है।
दिवाली से भी ज्यादा महत्व है गजलक्ष्मी व्रत का, इस दिन खरीदा सोना बढ़ता है 8 गुना

इस दिन विशेष वरदान देती हैं महालक्ष्मी, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

होलिका दहन और धुलेंडी के अलग अलग हैं रिवाज, जानकर करेंगे आश्चर्य

होली खेलने के बाद रंगीन कपड़ों को क्यों नहीं रखना चाहिए घर में, जानिए उन कपड़ों का क्या करें

होलिका दहन वाले दिन भूल कर भी न करें ये काम, जानिए क्या करने से मिलेगा भाग्य का साथ

होली की आग में क्या डालने से क्या होता है, जानिए अचूक उपाय

होली पर राशि के अनुसार करें ये उपाय, खुल जाएंगे किस्मत के बंद दरवाजे

सभी देखें

धर्म संसार

होली और रंगपंचमी पर खेलें सुरक्षित होली, जानें 11 जरूरी टिप्स

होली 2025 : 14 मार्च को खेली जाएगी होली, जानिए क्या करें पूरा दिन, कैसे मनाएं पर्व

चंद्र ग्रहण के दौरान होली का रंग खेला जा सकता है या नहीं...

चंद्र ग्रहण कब से कब तक लगेगा, कहां नजर आएगा, सूतक काल का समय क्या है, किन राशियों पर रहेगा प्रभाव?

Holi 2025: धुलेंडी पर होगा संपदा देवी की पूजन, पढ़ें पौराणिक कथा

अगला लेख
More