Shradh paksha 2024: श्राद्ध पक्ष में कब किस समय करना चाहिए पितृ पूजा और तर्पण, कितने ब्राह्मणों को कराएं भोजन?

WD Feature Desk
शनिवार, 14 सितम्बर 2024 (12:22 IST)
Shradh paksha AI
Shradh paksha 2024: 17 सितंबर 2024, दिन मंगलवार से 16 श्राद्ध पक्ष प्रारंभ होने जा रहा है। 02 अक्टूबर 2024 को सर्वपितृ अमावस्या रहेगी। इस दिन पितरों की विदाई होगी। इन सोलह दिनों में श्राद्ध कर्म यानी तर्पण, पिंडदान, अन्नदान और अन्य अनुष्ठान करने का एक विशेष समय रहता है। आओ जानते हैं कि वह समय कौनसा रहता है और कितने बटुक या ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए। 
 
श्राद्ध पक्ष समय : पितरों का श्राद्ध करने का समय मध्यान्ह काल, कुतुप काल, रोहिणी काल और अभिजीत मुहूर्त रहता है। मध्यान्ह काल सुबह करीब 09 से 12 के बीच के समय को माना गया है। उसमें भी कुतुप और रोहिणी काल का ज्यादा महत्व माना गया है। कुतुप काल दिन का आठवां प्रहर होता है जो करीब सुबह 11:30 से 12:30 के बीच होता है। पाप का शमन करने के कारण इसे कुतुप कहा गया है। इसी बीच बुधवार को छोड़कर अभिजीत मुहूर्त भी रहता है।
 
कितने बटुक या ब्राह्मणों को कराते हैं भोजन?
जैसे पंचबलि कर्म में गाय, कुत्ते, कौवे, चींटी और अतिथि या देव को भोजन कराते हैं तो यह नहीं सोचते हैं कि उन्हें क्यों भोजन दे रहे हैं। उसी प्रकार योग्य ब्राह्मण को भी उपरोक्त पंचबलि कर्म में ही गिना जाना चाहिए। बटुक यानी कम उम्र के बालक ब्राह्मण। यथाशक्ति 1 से लेकर 11 ब्राह्मणों को भोजन करा सकते हैं। ऐसा कहते हैं कि भांजा और जमाई को भोजन कराना 100 ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर होता है।
ब्राह्मण भोज का क्या है विज्ञान? 

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