महाशिवरात्रि 2022 : शिव जी की पूजा में क्या नहीं चढ़ाते हैं? जानिए 10 चीजें जो हैं वर्जित

Webdunia
मंगलवार, 1 मार्च 2022 (12:01 IST)
Maha Shivratri 2022: महाशिवत्रि के पर्व पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन रात्रि में शिवजी बरात लेकर राजा हिमवान और रानी मैनावती के यहां पहुंचे थे। महा शिवरात्रि पर शिवजी की पूजा में विशेष सावधानियां रखना चाहिए। 10 ऐसी चीजें हैं जो शिवरात्रि पर शिवलिंग पर नहीं चढ़ाते हैं।
 
 
1. तुलसी पत्ता : शिवजी को तुलसी का पत्ता अर्पित नहीं किया जाता है। जलंधर नामक असुर की पत्नी वृंदा के अंश से तुलसी का जन्म हुआ था जिसे भगवान विष्णु ने पत्नी रूप में स्वीकार किया है। इसलिए तुलसी से शिव जी की पूजा नहीं होती है।
 
2. फूल : भगवान शिव को केतकी, कनेर, कमल, चंपा, केवड़ा, दुपहरिका, गुड़हल, मालती, चमेली, कुन्द, जूही के फूल अर्पित नहीं करते हैं।
 
3. कुमकुम : यह सौभाग्य का प्रतीक है जबकि भगवान शिव वैरागी हैं इसलिए शिवजी को कुमकुम रोली नहीं चढ़ता।
 
4. नारियल : शिवजी को नारियल भी अर्पित नहीं किया जाता है, क्योंकि नारियल श्रीफल है। अर्थात वह माता लक्ष्मी का प्रतीक जो सिर्फ विष्णु जी को ही चढ़ाया जाता है। इसके और भी कई कारण हैं।
 
5. टूटे हुए चावल : वैसे तो भगवान शिव को चावल अर्पित नहीं करना चाहिए लेकिन करना ही है तो टूटे हुए चावल नहीं होना चाहिए। टूटा हुआ चावल अपूर्ण और अशुद्ध होता है इसलिए यह शिव जी को नहीं चढ़ाया जाता है।
 
6. लाल चंदन : शिवजी को सफेद और पीला चंदन अर्पित करते हैं लाल नहीं। लाल चंदन सौभाग्य का प्रतीक है।
 
7. शंख जल : शिवजी को या शिवलिंग पर शंख में जल भरकर अर्पित नहीं करते हैं क्योंकि भगवान शिव ने शंखचूड़ नाम के असुर का वध किया था। शंख को उसी असुर का प्रतीक माना जाता है जो भगवान विष्णु का भक्त था इसलिए विष्णु भगवान की पूजा शंख से होती है शिव की नहीं। शिवजी के समक्ष शंख भी नहीं बजाया जाता है।
 
8. तिल : शिवजी पर‍ तिल या तिल से बनी कोई चीज़ चढ़ाना वर्जित है। माना जाता है कि तिल की उत्पत्ति विष्णुजी के मेल से हुई थी। 
 
9. हल्दी : हल्दी का संबंध भगवान विष्णु और सौभाग्य से है इसलिए यह भगवान शिव को नहीं चढ़ता है। हल्दी गर्म भी रहती है इसलिए भी इसे नहीं चढ़ाया जाता क्योंकि शिवजी को ठंडी चीजें अर्पित की जाती है। 
 
10. सिंदूर : इसका संबंध भी सौभाग्य से है और यह गरम भी रहता है। 

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