पुजारिन इप्सिता राय चक्रवर्ती ने अपनी नई पुस्तक ‘स्पिरिट्स आई हेव नोन’ में दावा किया है कि प्रसिद्ध अमेरिकी आविष्कारक एडीसन ने ‘स्पिरिट मशीन’ का भी आविष्कार किया था जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
उन्होंने बताया कि एडीसन का यह उपकरण एक आवृत्ति पर काम करता है जिससे उन तरंगों को पकड़ा जा सकता है जिनकी मदद से आत्माओं का पता लगाया जा सकता है।
ऐसा माना जाता है कि एडीसन और उनके सहायक डॉ. मिलर हचिन्सन आत्माओं से बातचीत करने के लिए एक मशीन बनाने पर काम कर रहे थे लेकिन इस बारे में जानकारी नहीं है कि वे इसमें सफल रहे या नहीं।
लेखिका के अनुसार उनसे जब एक वकील ने अपनी मृत पत्नी की आत्मा से बात करने के लिए संपर्क किया तो उन्होंने इस उपकरण का इस्तेमाल करके कोलकाता में अपनी प्रयोगशाला में सफल प्रयोग किया।
लेखिका ने हार्पर कॉलिन्स द्वारा प्रकाशित अपनी पुस्तक में लिखा, ‘‘ मैं निजी तौर पर यह प्रयोग करना चाहती थी। मैंने और मेरे छात्रों के छोटे से समूह ने यह प्रयोग किया। यदि आमजन को इस मशीन का पता लग जाता तो दूसरी दुनिया के लोगों के साथ संपर्क करने का अनुरोध करने वाले लोगों की भीड़ लग जाती।’’
चक्रवर्ती ने कहा,'महान वैज्ञानिक एडीसन का यह मानना था कि हमारा शरीर हज़ारों तत्वों से बना है। जब शरीर समाप्त हो जाता है तो य ह तत्व ही रह जाते हैं।
वे शरीर से अलग हो जाते हैं लेकिन समाप्त नहीं होते और उनसे संपर्क किया जा सकता है। उनका मानना था कि यदि हम कभी इनसे संपर्क स्थापित करने में सफल रहे तो यह केवल वैज्ञानिक तरीकों से ही संभव होगा।’’
ज्ञातव्य है कि भारत में सदियों से पारंपरिक रूप से यह माना जाता रहा है कि आत्मा का अस्तित्व होता है और श्राद्ध पक्ष में उनका आह्वान भी किया जाता है।