पहला सुख निरोगी काया, दूसरा सुख जेब में हो माया, कैसे संभव होगा?

Webdunia
बुधवार, 14 दिसंबर 2016 (12:42 IST)
हमारे ऋषि-मुनि कह गए हैं, 'पहला सुख निरोगी काया, दूसरा सुख जेब में हो माया।' धन कमाना जीवन में बहुत जरूरी होता है और सभी यह कार्य करते भी हैं। कुछ लोग कड़ी मेहनत करके धन कमाते हैं और कुछ लोग स्मार्ट वर्क करके धन कमाते हैं। धन कमाने के अच्छे रास्ते भी हैं और बुरे भी। लेकिन जब अस्पताल में व्यक्ति की जिंदगी यह धन नहीं बचा पाता है तो यह धन यहीं धरा का धरा रह जाता है। इसीलिए कहते हैं पहला सुख निरोगी काया।
निरोगी काया : यदि आप स्वस्थ हैं तो ही आपका जीवन है। अस्वस्थ काया में जीवन नहीं होता। व्यक्ति 4 कारणों से अस्वस्थ होता है : पहला मौसम-वातावरण से, दूसरा खाने-पीने से, तीसरा चिंता-क्रोध से और चौथा अनिद्रा से।
 
मौसम और वातावरण आपके वश में नहीं, लेकिन घर और वस्त्र हों ऐसे कि वे आपको बचा लें। घर को आप वस्तु अनुसार बनाएं। हवा और सूर्य का प्रकाश भीतर किस दिशा से आना चाहिए, यह तय होना चाहिए ताकि वह आपकी बॉडी पर सकारात्मक प्रभाव डाले।

स्वस्थ रहने का आसान रास्ता... आगे क्लिक करें... योग भगाए कैसे रोग
 
खाना-पीना आपके हाथ में है अत: उत्तम भोजन और उत्तम जल जरूरी है। हर तरह के नशे से दूर रहने की बात भी आप जानते ही होंगे। आहार के साथ उपवास भी जरूरी है। उपवास के लिए विशेष दिन और माह नियुक्त हैं।
 
चिंता और क्रोध करने की भी आदत हो जाती है शराब पीने की तरह। मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि नशा करके व्यक्ति चिंता में तो हो ही जाता है और वह चिड़चिड़ा भी हो जाता है। ये दोनों ही आदतें आपके शरीर को जल्द से जल्द बूढ़ा बना देंगी और साथ ही आप अपने परिवार को भी खो देंगे।
 
अब जहां तक चौथे कारण का सवाल है, ऐसे में कहना होगा कि उपरोक्त तीन है तो चौथा हो ही जाएगा। उत्तम नींद संजीवनी दवा के समान होती है। मानसिक द्वंद्व, चिंता, दुख, शोक, अनावश्यक बहस, अनावश्यक विचार आदि सभी से श्वासों की गति अनियंत्रित हो जाती है जिसके चलते नींद उड़ जाती है। इससे मुक्ति का सरल उपाय है प्राणायाम और ध्यान। हालांकि आप और कुछ भी कर सकते हैं।
 
आपने दुनियाभर की किताबें पढ़ी होंगी या घर में रखी होंगी, लेकिन क्या आपके घर में ऐसी किताबें हैं, जो आपको सेहतमंद और चिंत्तामुक्त बने रहने के उपाय बताती हों? जीवनभर आपने स्कूल और कॉलेज में जो पढ़ा है और कठिन मेहनत करके जो कमाया है, वह अस्पताल में जाकर सब व्यर्थ सिद्ध हो जाने वाला है।
 
आपको घर में रखना चाहिए घरेलू नुस्खों की कई किताबें, आयुर्वेद और योग से संबंधित किताबें, सीडी आदि। इसके अलावा सबसे जरूरी वे किताबें है जिनके माध्यम से आपको आपके शरीर और दवाओं का ज्ञान होता हो। आपके शरीर के भीतर के अंग कौन-कौन-से हैं और वे किस तरह कार्य करते हैं और उन्हें कौन-से भोजन और व्यायाम की जरूरत है, यह भी जानना जरूरी है। हालांकि आप फेसबुक पर चलने वाली व्यर्थ की बातें जानने में ज्यादा उत्सुक रहते होंगे?
 
चाहें तो योग करें, पैदल चलें, तैराकी करें या कसरत करें। 24 घंटे में से 1 घंटा शरीर को स्वस्थ रखने के लिए देना चाहिए। जिस शरीर में आपको 70-80 साल रहना है, निश्‍चित ही आप उसके लिए कुछ तो करेंगे। यदि यह नहीं कर पाएं तो कम से कम उसके भीतर कचरा तो मत डालिए।
 
अगले पन्ने पर दूसरा सुख जेब में माया....

जेब में हो माया : हमारे ऋषि-मुनि कह गए हैं, 'पहला सुख निरोगी काया, दूसरा सुख जेब में हो माया।' धन कमाना जीवन में बहुत जरूरी होता है और सभी यह कार्य करते भी हैं। कुछ लोग कड़ी मेहनत करके धन कमाते हैं और कुछ लोग स्मार्ट वर्क करके धन कमाते हैं। धन कमाने के अच्छे रास्ते भी हैं और बुरे भी।
अच्छे रास्ते से कमाया गया धन ही आपके जीवन को संतुष्ट कर सकता है अन्यथा आप शायद नहीं जानते हैं कि बुरे रास्ते का धन बुराई में ही समाप्त हो जाता है। ऐसे लोग जेलखाने, दवाखाने या पागलखाने में ही मिलते हैं।

नीचे दी गई लिंक पर जरूर क्लिक करें...
धनवान बनने के लिए जड़ी-बूटियों के 10 टोटके
धनवान बनने के 5 गुप्त रहस्य
 
धनवान बनने के गुप्त रहस्य के बारे में जानने से अच्छा है कि आप प्रैक्टिकल तरीके से इसके बारे में सोचें। हालांकि लोग कहते हैं कि अपार धन कमाने का कोई शॉर्टकट नहीं होता और सारे शॉर्टकट मार्ग जेल में जाकर ही खत्म होते हैं। लेकिन यह भी सही है कि आपका मार्ग सही है, तो उसे शॉर्टकट बनाया जा सकता है।
 
आपकी योग्यता ही सबसे बड़ी दौलत है। आप जितने योग्य और कार्यकुशल होंगे, आपके मार्ग की बाधाएं समाप्त होती जाएंगी। धन कमाने के शॉर्टकट मार्ग वे ही लोग ढूंढते हैं, जो अयोग्य हैं। आप सीखें वह सब कुछ जिसके माध्यम से धन कमाया जा सकता है। योग्य व्यक्ति की संसार को जरूरत है।
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Guru Nanak Jayanti 2024: कब है गुरु नानक जयंती? जानें कैसे मनाएं प्रकाश पर्व

Dev diwali 2024: कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली रहती है या कि देव उठनी एकादशी पर?

शमी के वृक्ष की पूजा करने के हैं 7 चमत्कारी फायदे, जानकर चौंक जाएंगे

Kartik Purnima 2024: कार्तिक मास पूर्णिमा का पुराणों में क्या है महत्व, स्नान से मिलते हैं 5 फायदे

Dev Diwali 2024: देव दिवाली पर यदि कर लिए ये 10 काम तो पूरा वर्ष रहेगा शुभ

सभी देखें

धर्म संसार

Dev Diwali 2024: वाराणसी में कब मनाई जाएगी देव दिवाली?

Pradosh Vrat 2024: बुध प्रदोष व्रत आज, जानें महत्व और पूजा विधि और उपाय

Surya in vrishchi 2024: सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर, 4 राशियों के लिए बहुत ही शुभ

Aaj Ka Rashifal: 13 नवंबर के दिन किन राशियों को मिलेगी खुशखबरी, किसे होगा धनलाभ, पढ़ें 12 राशियां

Vaikuntha chaturdashi date 2024: वैकुण्ठ चतुर्दशी का महत्व, क्यों गए थे श्री विष्णु जी वाराणसी?

अगला लेख
More