Paan ke patte: भारत में पान खाने का बहुत प्रचलन है। खासकर उत्तर भारत में इसका प्रचलन ज्यादा है। पान के पत्ते कई प्रकार के होते हैं। पान का पूजा में भी उपयोग होता है। इस पत्ते को बहुत ही शुभ माना जाता है। कहते हैं कि पान के पत्ते में ब्रह्मा, विष्णु और महेश का निवास है। आओ जानते हैं पान के पत्ते का महत्व।
पान के पत्ते का महत्व | Importance of betel leaf:
-पान को संस्कृत में तांबूल कहते हैं। इसका उपयोग पूजा में किया जाता है।
- दक्षिण भारत में तो पान के पत्ते के बीच पान का बीज एवं साथ ही एक रुपए का सिक्का रखकर भगवान को चढ़ाया जाता है
- उत्तर भारत में पूजा की सुपारी के साथ एक रुपए का सिक्का चढ़ाया जाता है।
- हनुमानजी, भैरव बाबा, मां दुर्गा, मां कालिका को पान का बीड़ा अर्पित किया जाता है।
- कलश स्थापना में आम और पान के पत्तों का उपयोग होता है।
- प्राचीनकाल में पान का इस्तेमाल रक्तस्राव को रोकने के लिए किया जाता था।
- इसे खाने से भीतर कहीं बह रहा खून भी रुक जाता है।
- दूध के साथ पान का रस लिया जाए, तो पेशाब की रुकावट दूर हो जाती है।
- भोजन करने के बाद खाना पचाने के सहायक है पान का सेवन।
- भाई दूज पर भाई को पान खिलाने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।