प्राचीन काल में तो बहुत सारे धर्म हुआ करते थे लेकिन ईसाई और इस्लाम धर्म के उदय के बाद हजारों धर्म लुप्त हो गए। दूसरी ओर कट्टरपंथी देशों में बहुत से धर्मों का अस्तित्व मिट गया है और कुछ जो बचे हैं उनका अस्तित्व संकट में है। फिर भी एक अनुमानित आंकड़ों के अनुसार दुनियाभर में धर्मों की संख्या लगभग 300 से ज्यादा होगी। आओ जानते हैं एक सूची।
स्थापित धर्म : व्यापक रूप से 7 धर्मों को स्थापित धर्म मान सकते हैं- 1.हिन्दू, 2.जैन, 3.बौद्ध, 4.सिख, 5.ईसाई, 6.इस्लाम और 7.यहूदी। हलांकि अफ्रीका में वुडू धर्म के लोगों की संख्या बहुत अधिक है जो तेजी से ईसाई या इस्लाम में परिवर्तित हो रहे है।
जिन पर है अस्तित्व का संकट : ऐसे कई धर्म है जो अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रहे हैं- पारसी, यजीदी, जेन, शिंतो, लाओत्सु, ताओ, सिचो-नो-ले, तेनरिक्यो, काओ दाई, चेनोडो मत, जुचे, कन्फ्यूशीवाद।
जो हो गए हैं लुप्त : पैगन (Paganism), कैनेनिट (Canaanite), एटिनिज़्म (ateism), मिनोयन (Minoan), चर्वाक (charvaka), मिथरा (Mithraism), मैनिकेस्म या Mani (Manichaeism), तेंग (Tengriism), असुर (Ashurism), ऑल्मेक (Olmec), मुशरिक (mushrik), सबाईन, ग्नोस्तिसिस्म, याज्दानिस्म, अहल ई हक्क, सिचो-नो-ले, तेनरिक्यो, काओ दाई, यूनानी धर्म, सुमेरियाई धर्म, बेबिलोनिया धर्म, असीरियाई या अश्शूर धर्म, इजिप्ट का धर्म, रोम का धर्म, माया धर्म, ग्नोस्तिसिस्म, याज्दानिस्म अहल ई हक्क आदि।
धार्मिक आंदोलन : जमैका, कैरिबियन, अफ्रीका में रस्ताफरी धार्मिक आंदोलन, जापान और ब्राजील में मेस्सिअनिटी चर्च, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और कनाडा में विक्का नामक नया धार्मिक आंदोलन भी प्रचलन में है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यूरोप और अमेरिका में ऐसे कई चर्च है जिनकी कैथोलिक और प्रोटेस्टेंट से बिल्कुल ही भिन्न विचार परंपरा है। इसके अलावा स्पिरिचवलिज़्म (spiritism religion), रस्ताफ़री (Rastafari) और यूनिटेरियन सार्वभौमिकता (Unitarian universalism) जैसे कल्ट भी प्रलन में हैं। ड्रूज़, मंदेंस, एलामितेस, विक्का, बहाई और अहमदिया जैसे नए धर्म भी मौजूद है।