देहरादून। उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत का लंबी बीमारी के कारण मंगलवार को अमेरिका के टेक्सास में निधन हो गया। वे 58 वर्ष के थे। उनके निधन पर गुरुवार को राज्य में शोक अवकाश घोषित किया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कैंसर पीड़ित पंत का लंबे समय से उपचार चल रहा था। नई दिल्ली में पिछले हफ्ते राजीव गांधी कैंसर अस्पताल के चिकित्सकों के परामर्श पर उन्हें अमेरिका के टेक्सास में भर्ती कराया गया था, जहां मंगलवार को उनका देहांत हो गया। प्रकाश पंत के निधन की सूचना मिलते ही पूरे राज्य में शोक की लहर फैल गई।
पंत की बीमारी के कारण उनके सभी विभाग- संसदीय कार्य, विधायी, भाषा, वित्त, आबकारी, पेयजल एवं स्वच्छता, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मुख्यमंत्री संभाल रहे हैं।
पंत के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्रसिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने गहरा दु:ख व्यक्त किया है।
प्रकाश पंत का जन्म 11 नवंबर 1960 को ग्राम खड़कोट, पोस्ट पिथौरागढ़, जनपद पिथौरागढ़ में हुआ था। उनके पिता का नाम मोहन चन्द्र पंत और माता का नाम कमला पंत था और उनकी पत्नी का नाम चन्द्रा पंत है।
स्नातक के साथ फ़ार्मेसी में डिप्लोमा हासिल करने वाले पंत ने 1984 में सरकारी सेवा से त्यागपत्र दे दिया। फिर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। उन्होंने कई साहित्यिक रचनाओं को भी पुस्तक रूप में लिखा।
वे 1977 से छात्र राजनीति में सक्रिय रहने के बाद 1988 में नगर पालिक परिषद पिथौरागढ़ में सदस्य निर्वाचित हुए। फिर वे 1998 में विधानसभा उत्तरप्रदेश में सदस्य निर्वाचित हुए।
उत्तराखंड राज्य गठन के बाद वर्ष 2001 में प्रथम विधानसभा अध्यक्ष चुने गए। 2002 में पिथौरागढ़ विधानसभा से सदस्य निर्वाचित होने के बाद वर्ष 2007 में गठित राज्य की द्वितीय निर्वाचित सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए। 2017 में वे चतुर्थ निर्वाचित सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए।