कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस ने बीजपुर से पार्टी विधायक शुभ्रांशु रॉय को शुक्रवार को छह वर्ष के लिए पार्टी निलंबित कर दिया। शुभ्रांशु ने गुरुवार को कहा था कि बंगाल में सत्तारुढ़ तृणमूल की हार का बड़ा कारण उनके पिता एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुकुल रॉय हैं।
उन्होंने कहा था कि वह तृणमूल उम्मीदवार दिनेश त्रिवेदी को बैरकपुर संसदीय क्षेत्र के बीजपुर में सहायता कर पाने में असफल रहे क्योंकि उनके पिता (दिनेश त्रिवेदी) की लोकप्रियता काफी अधिक है और इसके लिए उन्हें अपने पिता पर गर्व है।
उन्होंने कहा कि उनके पिता तृणमूल के संस्थापक तथा विनाशक दोनों हैं और वह मौर्य वंश के चंद्रगुप्त मौर्य के मंत्री चाणक्य की भूमिका निभा रहे हैं। उनके पार्टी विरोधी इस बयान के कारण पार्टी महासचिव पार्थ चटर्जी ने रॉय को आज छह वर्ष के लिए पार्टी से निलंबित करने की घोषणा की।
उधर, शुभ्रांशु को तृणमूल से निलंबित किए जाने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए मुकुल रॉय ने कहा कि उनका बेटा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तरह नहीं है जिन्होंने अपने पिता मुलायम सिंह यादव को मुख्यमंत्री बनने के बाद पार्टी से बेदखल कर दिया।
मुकुल ने शुभ्रांशु के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के मुद्दे पर कहा कि यह उनके बेटे और भाजपा के शीर्ष नेताओं पर निर्भर करता है कि वह भाजपा में शामिल होते हैं या नहीं। मुकुल के तृणमूल छोड़ने तथा भाजपा में शामिल होने के समय से तृणमूल के कई नेता शुभ्रांशु (31) को पार्टी से निकालने की मांग कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनावों में भाजपा ने राज्य में 18 सीटों पर जीत हासिल की है।