मुंबई। मुंबई पुलिस के प्रमुख परमबीर सिंह ने कहा कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के आवास पर 13 जून को कोई पार्टी नहीं हुई थी। इसके अगले दिन ही वह यहां के बांद्रा स्थित अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। मुंबई पुलिस की जांच में किसी भी नेता का नाम सामने नहीं आया है। यही नहीं, सुशांत के बैंक खाते में अब भी 4 करोड़ रुपए जमा हैं।
पुलिस के प्रमुख ने कहा, बिहार पुलिस की प्राथमिकी में कहा गया है कि सुशांत के खाते से 15 करोड़ रुपए निकाले गए। जांच के दौरान हमने पाया कि उनके खाते में 18 करोड़ रुपए थे, जिनमें से साढ़े 4 करोड़ रुपए अब भी हैं। सुशांत की पूर्व गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) के खाते में सीधे धन अंतरण की पुष्टि अभी नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने जांच के दौरान फॉरेंसिक विशेषज्ञों और चिकित्सकों से परामर्श किया है। उन्होंने कहा, हमने उनके घर के 13 और 14 जून के सीसीटीवी फुटेज हासिल किए हैं लेकिन वहां पार्टी होने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है।
सिंह ने कहा कि बिहार की पुलिस टीम के साथ सहयोग नहीं करने का सवाल ही नहीं है। बिहार पुलिस की एक टीम सुशांत सिंह राजपूत मामले में जांच के लिए महानगर आई हुई है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि इस मामले में मुंबई पुलिस कानूनी मशविरा कर रही है।
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने रविवार को दावा किया कि पटना के आईपीएस विनय तिवारी बॉलीवुड अभिनेता की मौत की जांच के सिलसिले में मुंबई गए थे, जहां महानगर के नगर निकाय अधिकारियों ने उन्हें ‘जबर्दस्ती पृथक-वास’ में भेज दिया।
पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने कहा कि मुंबई पुलिस की जांच सही दिशा में चल रही है और मामले की जांच हर संभावित बिंदु से की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की खबरें हैं कि अभिनेता को बाइपोलर बीमारी थी और उनका उपचार चल रहा था तथा वह इसकी दवा ले रहे थे। सुशांत की मौत किन परिस्थितियों में हुई, यह हमारे लिए जांच का विषय है।
मामले में दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज करने के बाद जांच चल रही है और मुंबई पुलिस ने अभी तक 56 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि सुशांत की बहन के भी बयान दर्ज किए गए हैं। पुलिस आयुक्त ने कहा कि सुशांत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की 8 जून को हुई मौत से उन्हें जोड़े जाने के कारण अभिनेता दु:खी थे।
महाराष्ट्र के एक प्रमुख युवा नेता के नाम का सोशल मीडिया पर जिक्र किए जाने के बारे में पूछने पर सिंह ने कहा, अभी तक की जांच में किसी नेता का नाम नहीं आया है। किसी भी पार्टी के किसी भी नेता के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘सुशांत के पिता, बहन और बहनोई के बयान 16 जून को दर्ज किए गए। उस वक्त उन्होंने न तो कोई संदेह जताया, न ही हमारी जांच में किसी तरह की खामी की शिकायत की। पुलिस आयुक्त ने कहा, हर बिंदु से जांच की जा रही है, चाहे पेशेवर प्रतिद्वंद्विता हो, वित्तीय लेन-देन हो या स्वास्थ्य का पहलू हो।