गॉड को डॉग कहने पर भी मंत्री बन गए मुफ्ती

सुरेश एस डुग्गर
जम्मू। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के छोटे भाई तसद्दुक मुफ्ती ने मंत्री बनने के लिए जो शपथ ली उसमें उन्होंने गॉड को डॉग कह डाला, फिर भी वे मंत्री बन ही गए।
 
 
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के छोटे भाई तसद्दुक व पूर्व मंत्री जावेद मुस्तफा मीर वीरवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में राज्य मंत्रिमंडल में शामिल हो गए। महबूबा के भाई तसद्दुक की शपथ ग्रहण के दौरान जुबान फिसल गई। दरअसल तसद्दुक को जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। शपथ लेते वक्त उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने इन द नेम ऑफ गॉड की जगह गलती से इन द नेम ऑफ डॉग बोल दिया। हालांकि तुरंत बाद उन्होंने अपनी गलती सुधार ली और अपने शब्दों को ठीक कर लिया।
 
 
गौरतलब है कि तसद्दुक ने हाल ही में सीएम ग्रीवांस सेल से इस्तीफा दिया था। तसद्दुक को राज्यपाल की मंजूरी के बाद कैबिनेट में शामिल किया जा रहा है। बता दें कि तसद्दुक अनंतनाग सीट से पीडीपी से चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन वोटिंग के दौरान हुई हिंसा के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था।
 
राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल एनएन वोहरा पीडीपी के इन दोनों नेताओं को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई। नए मंत्रियों को विभाग बाद में सौंपे जाएंगे। सुबह 11.00 बजे हुए शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य व राज्य के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। तसद्दुक मुफ्ती यहां पहली बार मंत्री बने हैं तो जावेद मुस्तफा मीर की मंत्रिमंडल में वापसी हुई है।
 
 
मुंबई में फिल्म जगत से काफी अरसा जुड़े रहे तसद्दुक को हाल ही में मुख्यमंत्री ने सक्रिय राजनीति में लाने के लिए एमएलसी बनाया था। राज्यपाल ने उन्हें एमएलसी मनोनीत किया था। दोनों नए मंत्रियों को विभाग देने के लिए मुख्यमंत्री को पीडीपी के मंत्रियों के विभागों में कुछ फेरबदल भी करना पड़ सकता है। इस समय पीडीपी के कई कैबिनेट मंत्रियों के पास एक से अधिक प्रभार हैं।
 
जावेद मुस्तफा मीर मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व में राजस्व मंत्री थे, लेकिन उनके निधन के बाद सरकार बनाने वाली महबूबा ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था। अब लगातार तीसरी बार चाडूरा से विधायक बने मीर को फिर मंत्री बनाया गया है। मंत्रिमंडल में पार्टी के नए चेहरे शामिल करवाने के लिए महबूबा ने अपने मौसा फारूक अहमद अंद्राबी से 21 दिसंबर को इस्तीफा दिलवाया था। अंद्राबी राज्यमंत्री थे व उनके पास हज अकाफ, उद्योग, सिंचाई, पानी, बिजली जैसे विभाग थे।
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