नई दिल्ली। 10वीं में पढ़ने वाली एक मासूम लड़की बलात्कार की त्रासदी से तो जैसे-तैसे उबर चुकी है, लेकिन अब उसे एक और लड़ाई लड़नी है और वह भी अपने ही स्कूल के खिलाफ। लड़की के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि इस निजी स्कूल ने बदनामी के डर से उनकी बच्ची को स्कूल में दाखिला देने से इंकार कर दिया।
उन्होंने बताया कि इसी स्कूल में पढ़ने वाली उनकी बेटी को कुछ माह पहले (जब वह 10वीं कक्षा में पढ़ रही थी) कथित तौर पर अगवा कर लिया गया, उसके साथ बलात्कार के बाद उसे चलती कार से बाहर फेंक दिया गया। लड़की उसी स्कूल में कक्षा 11 में फिर से दाखिला लेकर अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती है।
लड़की के अभिभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल ने उनसे कहा कि उनकी बेटी 11वीं कक्षा में दाखिला तो ले सकती है, लेकिन इस शर्त पर कि वह स्कूल नहीं आएगी, क्योंकि इससे विद्यालय की प्रतिष्ठा खराब होगी। अभिभावकों ने अब दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) से संपर्क किया जिसने शिक्षा निदेशालय को एक नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने को कहा है। (भाषा)