जयपुर। राजस्थान के आदिवासी बहुल बांसवाड़ा शहर के सरकारी अस्पताल में भर्ती तीन दिन के नवजात की अंगुलियां चूहे द्वारा कुतरने की लोमहर्षक घटना प्रकाश में आई है।
घटना के विरोध में नवजात के परिजनों ने सोमवार रात अस्पताल में हंगामा किया और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। परिजनों के हंगामे के बाद लगभग दो घंटे बाद अस्पताल के स्टाफ ने नवजात का इलाज किया।
पीएमओ विक्की जैन ने बताया कि राजकीय महात्मा गांधी अस्पताल में सोमवार देर शाम तीन दिन के एक नवजात की तीन अंगुलियां चूहे ने कुतर दी। घटना के दौरान नवजात के पास उसकी मां भी मौजूद थी। बच्चे की रोने और उसकी अंगुलियों से खून बहते देख मरीजों द्वारा शोर करने पर घटना का पता चला।
उन्होंने बताया कि घटना के बाद अस्पताल कर्मचारियों ने बच्चे का उपचार किया। उन्होंने बताया कि इस घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि आदिवासी परंपरा के अनुसार डिलीवरी के दौरान प्रसूता से मिलने आने वाले लोग अपने साथ खान-पान की सामग्री लेकर आते हैं, जो प्राय: खुले में रहने के कारण वहां चूहे आ जाते हैं। इस कारण अस्पताल में चूहे काफी तादाद में हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसर में चूहे पर नियंत्रण करने के प्रस्ताव बनाकर चिकित्सा विभाग को भेज दिया गया है। (वार्ता)