मेघालय सरकार ने वैट घटाया, पेट्रोल-डीजल के दाम 5 रुपए कम

Webdunia
मंगलवार, 16 फ़रवरी 2021 (23:30 IST)
शिलांग। मेघालय सरकार ने मंगलवार को पेट्रोल और डीजल पर मूल्यवर्धित कर (वैट) में और कमी की जिससे राज्य में इन पेट्रोलियम ईंधनों के भाव 5 रुपए प्रति लीटर से ज्यादा घट गए हैं। मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने इसकी घोषणा की। राज्य में वा​णिज्यिक वाहन ऑपरेटर हड़ताल पर हैं। हड़ताल के दूसरे दिन पेट्रोलियम ईंधन पर वैट कम किया गया।
ALSO READ: 'मोदी टैक्स' हटा ले सरकार तो 63 रुपए लीटर हो सकती है पेट्रोल की कीमतें, घट जाएंगे डीजल के भी दाम : कांग्रेस
संगमा ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक के बाद कहा कि राज्य में पेट्रोल का भाव अब 85.86 रुपए प्रति लीटर हो गया। इससे पहले भाव 91.26 रुपए का था। इसी तरह डीजल प्रति लीटर 86.23 रुपए से घटकर 79.13 रुपए पर आ गया है। राज्य सरकार ने पिछले सप्ताह इन ईंधनों पर 2 रुपए की छूट दी थी।
 

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पेट्रोल का भाव कुल मिलाकर 7.4 रुपए और डीजल 7.1 रुपए सस्ता हो गया है।सरकार ने पेट्रोल पर वैट 31.62 प्रतिशत से कम कर 20 प्रतिशत या 15 रुपए प्रति लीटर (दोनों में जो अ​धिक हो) कर कर दिया है। इसी तरह डीजल पर वैट 22.95 की जगह 12 प्रतिशत या 9 रुपए प्रति लीटर में से जो भी अधिक हो, कर दिया गया है। कोनराड ने कहा कि सरकार के इस निर्णय से वाहन ईंधन के दाम नीचे आए हैं। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

tirupati laddu पर छिड़ी सियासी जंग, पशु चर्बी के दावे पर तेदेपा-वाईएसआरसीपी आमने-सामने

Kolkata Doctor Case : जूनियर डॉक्‍टरों ने खत्‍म की हड़ताल, 41 दिन बाद लौटेंगे काम पर

कटरा चुनावी रैली में कांग्रेस-नेकां पर गरजे PM मोदी, बोले- खून बहाने के पाकिस्तानी एजेंडे को लागू करना चाहता है यह गठबंधन

Mangaluru : 2 सिर और 4 आंख वाला दुर्लभ बछड़ा पैदा हुआ, देखने के लिए उमड़ा हुजूम

वन नेशन वन इलेक्शन में दक्षिण भारत पर भारी पड़ेगा उत्तर भारत?

सभी देखें

नवीनतम

300 साल पुरानी भोग प्रथा, 2014 में मिला GI टैग, अब प्रसाद में पशु चर्बी, क्‍या है Tirupati Controversy?

चित्तौड़गढ़ के एक गांव में पाषाण युग की शैल चित्रकारी मिली

संभल में दुष्कर्म पीड़िता की हत्या, 20 दिन पहले जेल से रिहा आरोपी ने मारी गोली

प्रियंका पर रीजीजू का पलटवार, संसदीय परंपराओं की याद दिलाई

असुरक्षित भोजन से प्रतिवर्ष 4.2 लाख लोगों की मौत

अगला लेख
More