कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बदुरिया और आसपास के इलाकों में गुरुवार को हिंसा की कोई ताजा घटना नहीं होने पर स्थिति सामान्य हो गई है। ये वे क्षेत्र हैं, जहां कुछ दिन पहले एक फेसबुक पोस्ट के कारण सांप्रदायिक झड़पें शुरू हो गई थीं। स्थिति के सामान्य होने की जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है।
दुकानें और बाजार गुरुवार को वापस खुल गए और बस सेवाएं बहाल हो गईं। इसके साथ ही स्थानीय लोग अपने घरों से निकलकर बाहर आने लगे। हालांकि इंटरनेट सेवाएं गुरुवार को भी बाधित रहीं और अशांत इलाकों में पुलिस बल तैनात रहा।
राज्य के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हर चीज वापस सामान्य हो गई है। बदुरिया और उत्तरी 24 परगना जिले के बासिरहाट में पड़ने वाले इसके पड़ोसी इलाकों में किसी समस्या की खबर नहीं मिली।
उन्होंने कहा कि हम कड़ी नजर रख रहे हैं ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। तब तक पुलिस की तैनाती जारी रहेगी। इस सप्ताह एक युवक की फेसबुक पोस्ट के कारण बदुरिया और इसके पास के इलाकों- केओशा बाजार, बनस्थल, रामचन्द्रपुर और टैन्टुलिया में सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया था।
हालांकि युवक की गिरफ्तारी हो गई थी लेकिन दोनों समुदायों के सदस्यों के बीच झड़पें हो गई थीं। इसके बाद सड़क जाम की गई, दुकानें तोड़ी गईं और वाहनों में आग लगा दी गई। स्थिति पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार ने 4 थाना क्षेत्रों (बासिरहाट, बदुरिया, स्वरूपनगर और देगंगा) में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया ताकि सोशल नेटवर्किंग साइटों के जरिए अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
जब अधिकारी से पूछा गया कि इंटरनेट सेवाएं कब बहाल की जाएंगी? तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में फैसला लेने से पहले स्थिति का पूरा आकलन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा था कि बदुरिया में स्थिति नियंत्रण में है।
इन झड़पों के कारण ममता और राज्यपाल केएन त्रिपाठी के बीच अभूतपूर्व तनातनी की स्थिति पैदा हो गई थी। ममता ने आरोप लगाया कि त्रिपाठी भाजपा के ब्लॉक अध्यक्ष की तरह काम कर रहे हैं और उन्हें धमका रहे हैं। पुलिस महानिदेशक सुरजीत कर पुरकायस्थ ने लोगों से अपील की है कि वे घृणा फैलाने से बचें। (भाषा)