जयपुर। राजस्थान के कोटा केंद्रीय कारागार में अपने को रिहा करने की मांग को लेकर ट्रायल पर जेल में बंद एक कैदी ने पेड़ पर चढ़कर हंगामा किया। इसकी जानकारी मिलने पर प्रशासन की ओर से उसे समझाइश दी गई, लेकिन उसे वह अनुसूनी करता रहा।
कैदी के पेड़ पर चढ़ने की सूचना पर जेल प्रशासन सकते में आ गया और उसे उतारने के लिए हरसंभव प्रयास किया लेकिन असफल रहने और किसी अप्रिय की आशंका में पेड़ के नीचे जाल भी लगा दिया।
जेल अधीक्षक योगेश कुमार ने बताया कि ट्रायल पर बंद देवेन्द्र नामक एक कैदी मंगलवार सुबह बैरक खुलने के बाद जेल में ही लगे एक पेड़ पर चढ़ गया। इसकी जानकारी मिलने पर प्रशासन की ओर से उसे समझाइश दी गई, लेकिन उसे वह अनुसूनी करता रहा। उन्होंने बताया कि कैदी द्वारा पेड़ से जान देने की आंशका के चलते पेड़ के चारों ओर जाल भी बांध दिया गया।
उन्होंने बताया कि कैदी द्वारा नीचे नहीं उतरने पर अग्निशमन दल की टीम को मौके पर बुलाया गया उन्होंने भी उसे उतारने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं उतरा जिस पर अग्निशमन दल के दो सदस्य गौरीशंकर कश्यप और चंगेज खान पेड़ पर चढ़े ओर दस मिनट तक उसे समझाइश दी। असफल रहने पर दोनों ने उसे जाल पर गिराने का प्रयास भी किया लेकिन कैदी ने पेड़ पर अपनी पकड़ सख्त कर ली।
लगभग तीन घंटे तक पेड़ पर चढ़े कैदी ने बाद में जेल में ही बंद दीनू नामक एक कैदी को पेड़ पर बुलाया और उससे बात करने के बाद वह पेड़ से उतरा तब जेल प्रशासन ने राहत की सांस ली। जेल अधीक्षक ने बताया कि देवेन्द्र शराब तस्करी के मामले में ट्रायल पर बंद है और वह मानसिक रूप से बीमार भी है। (वार्ता)