टीआरएस सुप्रीमो के. चन्द्रशेखर राव ने गजवेल से पर्चा भरा

Webdunia
बुधवार, 14 नवंबर 2018 (19:53 IST)
हैदराबाद। तेलंगाना के कार्यवाहक मुख्यमंत्री और टीआरएस सुप्रीमो के. चन्द्रशेखर राव ने बुधवार को गजवेल विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया। राव नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले सिड्डीपेट जिले के कोनाईपल्ली गांव में भगवान बालाजी के मंदिर गए और प्रार्थना की।
 
 
कांग्रेस ने राव के खिलाफ वांटेरु प्रताप रेड्डी को चुनाव मैदान में उतारा है। रेड्डी ने 2014 में भी उनके खिलाफ तेलुगुदेशम पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन वे हार गए थे। बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए।
 
 
राव ने कहा कि मैंने पृथक तेलंगाना आंदोलन शुरू करने से पहले स्वामी (भगवान बालाजी) का आशीर्वाद लिया था। मैं सदैव स्वामी और आपके (लोगों के) आशीर्वाद के साथ चुनावी समर में उतरा। सबसे बड़ी लड़ाई जो मैंने जीती, वह पृथक तेलंगाना राज्य हासिल करना था। आपके और स्वामी के आशीर्वाद से हम (आगामी विधानसभा चुनाव में) शत-प्रतिशत सीटें जीतने जा रहे हैं।
 
नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) प्रमुख के साथ उनके भतीजे और कार्यवाहक सिंचाई मंत्री टी. हरीश राव भी थे। टी. हरीश राव सिड्डीपेट निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य में 7 दिसंबर को चुनाव होगा। मतगणना 11 दिसंबर को होगी। 
Show comments

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

हेमंत सोरेन होंगे मुख्‍यमंत्री, राज्यपाल ने दिया न्‍योता, 28 नवंबर को लेंगे शपथ

संभल में जामा मस्जिद सर्वे पर बवाल, 3 की मौत, उपद्रवियों ने पुलिस पर चलाई गोली, जानिए क्या है पूरा मामला

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

कृपालु महाराज की बेटियों की कार का एक्सीडेंट, बड़ी बेटी की मौत, 7 अन्य घायल

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

अगला लेख
More