जैन तीर्थों पर हो रहे अतिक्रमण से नाराज जैन संत पुलक सागर जी महाराज ने भाजपा की राज्य और केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जैन तीर्थों पर जितने अवैध कब्जे जैन तीर्थों पर हुए हैं, उतने 70 सालों में नहीं हुए। भाजपा सरकार जैनियों को समाप्त करना चाहती है।
दुष्यंत कुमार की पंक्तियों का उल्लेख करते हुए कहा- हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि सूरत बदलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे देश में जैन तीर्थों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। जैन तीर्थों को लूटा जा रहा है, उन पर अतिक्रमण किया जा रहा है। एक साजिश के तहत पूरे देश के जैन तीर्थ निशाने पर आ गए हैं। हमारे तीर्थों को हड़पने की साजिश रची जा रही है।
उन्होंने कहा कि क्या हमने इसीलिए इस सरकार को चुना कि हमारे तीर्थों का विध्वंस किया जाए? सम्मेद शिखर, गिरनार, पालिताणा आदि तीर्थों को हड़पने की साजिश रची गई।
इंदौर को गोम्मटगिरि का उल्लेख करते हुए महाराज ने कहा कि जैनों ने किसी की संपत्ति को नहीं हड़पा, हम तो सिर्फ अपनी जमीन बचाने की कोशिश कर रहे हैं। गोम्मट गिरि मामले में अदालत के आदेश के बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है। शासन-प्रशासन द्वारा भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने जैन समाज से अपील की कि प्रशासन ध्यान नहीं दे तो मौन जुलूस निकालें, गोम्मट गिरि के लिए जीवन का बलिदान करना पड़े तो वह भी कीजिए।