देहरादून। सावन के महीने में होने वाले कांवड़ मेले को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर इसको लेकर पड़ोसी राज्यों से चर्चा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि कांवड़ यात्रा 2 राज्यों के बीच का मामला है, केंद्र का नहीं।उन्होंने यह भी कहा कि श्रद्धालुओं को निराश नहीं किया जाएगा।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एसएस सन्धु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव नितेश झा, अमित नेगी, शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन, जिलाधिकारी हरिद्वार सी. रविशंकर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अवूदई कृष्णराज के साथ ही अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
पिछले 30 जून को कांवड़ यात्रा को लेकर एक आदेश जारी हुआ था। जिसमें यात्रा को पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया था, जिसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बातचीत की थी।
जिसके बाद आज अधिकारियों से बैठक कर गुरुवार को मुख्यमंत्री ने कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए कांवड़ मेले का आयोजन कैसे हो, इस पर पड़ोसी राज्यों के साथ विचार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।पिछले साल भी कोरोना के कारण कांवड़ यात्रा का आयोजन नहीं हो पाया था।
लेकिन अब काफी समय बाद फिर हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की आदि इलाकों में बम बम भोले के जयकारे लगाते हुए कांवड़िए आपको दिखने की संभावना बन रही है। कांवड़ यात्रा को लेकर भक्तों में जोश देखने को मिलता है। कई भक्त नंगे पैर चलकर गंगा जल भरने के लिए हरिद्वार, ऋषिकेश ही नहीं गंगोत्री तक भी पहुंच जाते हैं।