इंदौर। शिर्डी के श्री सांईंबाबा समाधि शताब्दी महोत्सव 2018 के अंतर्गत देवी अहिल्या सांईं सोशल भक्त समिति द्वारा खातीपुरा स्थित सांईं मंदिर में बाबा को 21 किलोग्राम वजनी चांदी के सिंहासन पर विराजित किया जाएगा। 19 अक्टूबर को यह कार्यक्रम पूरे विधि-विधान से सम्पन्न होगा। यह जानकारी समिति के सह सचिव सूरज ठाकुर ने दी।
उन्होंने बताया कि खातीपुरा की 'लाल गली' पूरे इंदौर शहर में दुर्गोत्सव के दौरान अपने गरबों के लिए प्रसिद्ध रही हैं और इसका आकर्षण आज भी बना हुआ है क्योंकि सही मायनों में गरबों की शुरुआत यहीं पर से हुई थी। यहीं पर स्थित सांईं मंदिर में 19 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे बाबा को पंचामृत से अभिषेक और पूजन के बाद 21 किलोग्राम वजनी चांदी के सिंहासन पर विराजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम गोमती होटल के सामने होगा।
'गोल्डन बुक अवॉर्ड' से सम्मानित और देवी अहिल्या सांईं सोशल भक्त समिति के अध्यक्ष भोला ठाकुर पहलवान ने बताया कि हमारे परिवार ने 25 नवम्बर 2012 को पिताजी बिहारीलाल जी और माताजी गोमती देवी की पुण्य स्मृति में सांईंबाबा मंदिर का निर्माण करवाया था। श्री सांईंबाबा समाधि शताब्दी महोत्सव को यादगार बनाने के उद्देश्य से और बाबा की कृपा से चांदी का सिंहासन बनवाया गया है।
भोला पहलवान के अनुसार इससे पूर्व इंदौर में ही बाबा की शाही पालकी यात्रा एवं प्रभात फेरी का आयोजन 6 से 25 मार्च तक किया था, जिसमें शहर के चारों कोनों से हजारों बाबा भक्तों ने शिरकत की थी। उसके बाद बाबा की चरण पादुका भी इंदौर के श्रद्धालुओं के लिए लाई गई थी। रीजनल पार्क के सामने शिर्डी की तर्ज पर भव्य सांईंबाबा मंदिर की प्रतिकृति भी बनाई गई थी, जिसके दर्शन 30 हजार से ज्यादा लोगों ने किए थे।