इंदौर। लगातार 3 बार देश के सबसे साफ-सुथरे शहर का खिताब हासिल करने वाले इंदौर ने 'स्वच्छता सर्वेक्षण 2020' शुरू होने से ऐन पहले सफाई के इस सालाना मुकाबले में बढ़त बना ली है। आगामी 4 जनवरी से शुरू होने जा रहे इस सर्वेक्षण की दो आरंभिक रैंकिंग में मध्यप्रदेश का यह सबसे बड़ा शहर देश भर में अव्वल रहा है। इन नतीजों के बाद इंदौर की महापौर ने शहरवासियों को बधाई दी है।
आवास और शहरी मामलों के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दो स्वच्छ सर्वेक्षण लीगों (अप्रैल से जून और जुलाई से सितंबर) के ये तिमाही आधारित नतीजे मंगलवार को नई दिल्ली में घोषित किए।
इन नतीजों से उत्साहित इंदौर की महापौर मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़ ने ट्विटर पर शहरवासियों को बधाई देते हुए कहा, 'अब मुख्य परीक्षा की घड़ी आने वाली है। आगामी 4 से 31 जनवरी तक स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 चलेगा। हमें इस सर्वेक्षण में भी प्रथम आना है और स्वच्छता का चौका लगाना है।'
'स्वच्छ सर्वेक्षण लीग 2020' की तिमाही रैंकिंग से पता चलता है कि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल साफ-सफाई की दौड़ में पिछड़ गई है। इस लीग की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) रैकिंग में भोपाल 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में इंदौर के बाद दूसरे स्थान पर था। लेकिन इस श्रेणी के शहरों की दूसरी तिमाही रैंकिग (जुलाई से सितंबर) में भोपाल तीन पायदान नीचे खिसककर पांचवें स्थान पर आ गया।
'स्वच्छ सर्वेक्षण लीग 2020' की पहली और दूसरी तिमाही रैकिंग में एक से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में मध्यप्रदेश का खरगोन शीर्ष तीसरे स्थान पर बना हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि इस लीग के तीसरे चरण (अक्टूबर से दिसंबर) के नतीजे आने बाकी हैं। 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2020' में अच्छी रैकिंग हासिल करने के लिए प्रतिभागी शहरों को इसकी तीनों लीगों में भी उम्दा प्रदर्शन करना जरूरी है जिनके जरिये साफ-सफाई की स्थिति को अलग-अलग पैमानों पर लगातार आंका जाता है।