सूरत। वराछा में स्वास्थ्य राज्यमंत्री के बेटे और महिला कॉन्स्टेबल के बीच कर्फ्यू के प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर विवाद हो गया। मौके पर महिला कॉन्स्टेबल ने जमकर क्लास लगाई। घटना शुक्रवार रात करीब 10 बजे की है। इसका ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस से लेकर राजनीतिक गलियारे तक मुद्दा छा गया है।
महिला कॉन्स्टेबल और राज्यमंत्री के बीच फोन काफी देर कहासुनी हुई। करीब 1.30 घंटे तक चले इस पूरे वाकये का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। खबरों के मुताबिक वीडियो वायरल होने के बाद सुनीता यादव का तबादला कर दिया गया है। वराछा रोड के विधायक और स्वास्थ्य राज्यमंत्री कुमार कानानी के बेटे प्रकाश कानानी और उनके 2 दोस्तों की कॉन्स्टेबल सुनीता यादव के साथ बहस हो गई।
सुनीता यादव के मुताबिक ये लोग कर्फ्यू के दौरान बाहर निकले हुए थे और इन्होंने मास्क भी नहीं पहना था। घटना के बाद विवाद पैदा हुआ तो महिला कॉन्स्टेबल का तबादला कर दिया गया। घटना की जांच का आदेश भी दे दिया गया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कॉन्स्टेबल ने इस तरह की धमकी पर जवाब दिया कि वे उनकी गुलाम नहीं हैं।
बाद में कॉन्स्टेबल का तबादला पुलिस मुख्यालय में कर दिया गया। हालांकि रविवार को प्रकाश कानानी और उसके 2 दोस्तों को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया। सूरत पुलिस के आयुक्त आरबी ब्रह्मभट्ट ने शनिवार को इस घटना की जांच के आदेश दे दिए। खबरें ये भी हैं कि संगीता यादव ने इस्तीफा दे दिया है। खबरों के मुताबिक सुनीता के इस्तीफे को मंजूर नहीं किया गया।
बताया जा रहा है कि मंत्री के बेटे प्रकाश ने सुनीता को 365 दिन सड़क पर खड़े रहने की ड्यूटी लगवा देने की धमकी दी थी। इस पर महिला कॉन्स्टेबल भड़क गईं और कहा- 'पुलिस की यह वर्दी तुम्हारे बाप की गुलामी करने के लिए नहीं पहनी है। औकात हो तो करवा देना मेरा ट्रांसफर गांधीनगर।'