नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा के 9 एवं 14 दिसंबर को होने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस व्यापारियों विशेषकर छोटे उद्यमियों, महिलाओं, युवाओं और किसानों से बात कर अपना घोषणा पत्र लाएगी और इसे आने में करीब एक पखवाड़े का समय लग सकता है। पार्टी के वरिष्ठ सूत्रों ने यह जानकारी दी।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि इस बार चुनाव में कांग्रेस उद्योग एवं व्यापार विशेषकर छोटे उद्यमियों, किसानों और युवाओं के मुद्दों को विशेषतौर पर उठा रही है। उन्होंने कहा कि पहले नोटबंदी और फिर जीएसटी लागू करने के कारण राज्य का उद्योग एवं व्यापार समुदाय बहुत मुश्किलों का सामना कर रहा है।
इस बारे में पूछे जाने पर एआईसीसी में गुजरात मामलों के प्रभारी महासचिव अशोक गहलोत ने भाषा को बताया कि पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस बात पर विशेष बल देकर कहा है कि गुजरात चुनाव के लिए घोषणा पत्र स्थानीय लोगों से बातचीत करने के बाद ही बनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पार्टी विभिन्न वर्ग के लोगों से बातचीत कर उनके मुद्दों को सुनेगी और उसके आधार पर अपना घोषणापत्र बनाएगी। सूत्रों के अनुसार अगले कुछ दिनों में पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम, पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के सदस्य एवं सांसद मधुसूदन मिस्त्री, पार्टी के एक अन्य नेता एवं प्रौद्योगिकीविद् सैम पित्रोदा आदि गुजरात जाएंगे। वे विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से बातचीत करेंगे।
उन्होंने कहा कि गुजरात चुनाव के लिए पार्टी का घोषणपत्र इन नेताओं की बातचीत के आधार पर ही तैयार होगा। इस काम में करीब एक पखवाड़ा लग सकता है। (भाषा)