न्यायमूर्ति राजेन्द्र सच्चर का निधन

Webdunia
शुक्रवार, 20 अप्रैल 2018 (14:44 IST)
नई दिल्ली। जाने-माने मानवाधिकारवादी और दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजेन्द्र सच्चर का शुक्रवार पूर्वाह्न यहां निधन हो गया। वे 94 वर्ष के थे। उनके परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री हैं।
 
पूर्वाह्न करीब 11 बजे एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम श्वास ली। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार शाम करीब 5.30 बजे लोधी रोड स्थित श्मशान में किया जाएगा। यह जानकारी उनके परिवार के सूत्रों ने दी।
 
न्यायमूर्ति सच्चर का जन्म 22 दिसंबर 1923 को लाहौर में हुआ था। उनके दादाजी लाहौर उच्च न्यायालय के जाने-माने फौजदारी वकील थे। वे 1970 में दिल्ली उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त हुए थे। वे एकमात्र न्यायाधीश थे जिन्होंने आपातकाल में सरकार के आपातकाल संबंधी निर्देशों को मानने से इंकार किया था। वे अगस्त 1985 से दिसंबर 1985 तक दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहे।
 
वे समाजवादी विचारधारा के थे और मानवाधिकारों के दृढ़ पैरोकार थे और संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार संरक्षण एवं संवर्द्धन उप आयोग के सदस्य भी रहे। उन्होंने भारत सरकार द्वारा 2005 में देश में मुस्लिम समाज के पिछड़ेपन के अध्ययन के लिए गठित समिति की अध्यक्षता की और अनेक क्रांतिकारी सिफारिशें कीं। वे सोशलिस्ट पार्टी के संस्थापक सदस्य और उसकी कार्यकारिणी के वरिष्ठतम सदस्य थे।
 
उनके निधन पर सोशलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष डॉ. प्रेमसिंह ने शोक प्रकट किया है। (वार्ता) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

जहां दिखे सपाई, वहां बिटिया घबराई

योगी के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी बोले, एक हैं तो सेफ हैं

सिंघवी ने CJI चंद्रचूड़ से पूछा खास सीक्रेट, सिब्बल बोले- मैंने नहीं देखे ऐसे जज

राहुल गांधी के वंशज भी अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं कर पाएंगे

इंदौर में चलती कार में लगी आग, चालक ने इस तरह बचाई जान

सभी देखें

नवीनतम

AI Express ने बनाई अधिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की योजना, बैंकॉक और फुकेट के लिए भी शुरू होंगी उड़ानें

उदयपुर में थाईलैंड की युवती को गोली मारी, हालत खतरे से बाहर

LIVE: राहुल गांधी बोले, जाति जनगणना बताएगी, देश की संपत्ति का वितरण कैसे हुआ?

रातापानी में टाइगर की मौत में चौंकाने वाला खुलासा, खोपड़ी में मारी गई थी गोली!

अपनी ही सूरत नहीं पहचान पाएंगे, ये है भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर की असली तस्वीर

अगला लेख
More