देहरादून। बीकेटीसी (बद्री-केदार टेम्पल कमेटी) ने श्री बद्रीनाथ व श्री केदारनाथ मंदिरों के दर्शनों के लिए आने वाले सभी तरह के वीआईपी से विशेष दर्शनों व प्रसाद के लिए प्रति व्यक्ति 300 रुपए का शुल्क निर्धारित किया है। प्रोटोकॉल के तहत दर्शनों के लिए आने वाले वीआईपी आदि को बीकेटीसी के कार्मिक ही मंदिरों में दर्शन कराने और प्रसाद वितरण इत्यादि की जिम्मेदारी संभालेंगे।
इस नई व्यवस्था से वीआईपी सुविधा के नाम पर अव्यवस्था पैदा नहीं होगी। अभी तक वीआईपी को दर्शन कराने के लिए पुलिस, प्रशासन, बीकेटीसी आदि अपने-अपने तरीके से दर्शन व्यवस्था संभालते रहे हैं। श्रद्धालु मंदिर के लिए जो भी दान अथवा चढ़ावा देते हैं, उसे बीकेटीसी के वेतनधारी पुजारी और कर्मचारी ग्रहण नहीं करेंगे। पूजा व्यवस्था से जुड़े कार्मिक श्रद्धालुओं को दान-चढ़ावे को दानपात्र में डालने को प्रेरित करेंगे अन्यथा कार्मिकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
गिनती के लिए पारदर्शी व्यवस्था होगी : मंदिरों को मिलने वाली दान-चढ़ावे की गिनती के लिए पारदर्शी व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए दोनों धामों में पारदर्शी शीशे के हट बनाए जाएंगे। इनको सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जाएगा। श्रद्धालु मंदिर के लिए जो भी दान अथवा चढ़ावा देते हैं, उसे बीकेटीसी के वेतनधारी पुजारी और कर्मचारी ग्रहण नहीं करेंगे।
100 किग्रा का अष्टधातु का त्रिशूल स्थापित होगा : केदारनाथ धाम आगामी यात्रा काल के प्रारंभ में एक दानदाता के सहयोग से 100 किग्रा का अष्टधातु का त्रिशूल स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही मार्कण्डेय मंदिर मक्कूमठ के जीर्ण-शीर्ण सभा मंडप का जीर्णोद्धार भी किया जाएगा।
Edited by: Ravindra Gupta