औरंगाबाद। सब्जी बेचने वाले एक शख्स को मार्च में आठ लाख 64 हजार रुपए का बिजली बिल आ गया। बिल देख उसे बड़ा झटका लगा। उसने बिजली विभाग के दफ्तर के कई चक्कर लगाए और अंत में पस्त होकर जान दे दी। हालांकि बिजली वितरक कंपनी ने बाद में बताया कि यह बिल गलत है।
मृतक के परिजन ने शुक्रवार को बताया कि जगन्नाथ नेहाजी शेलके (36) ने गुरुवार तड़के फांसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। वह बिजली बिल को लेकर चिंतित था और महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरक कंपनी (एमएसईडीसीएल) के स्थानीय कार्यालय का कई बार चक्कर काट चुका था। घटना पुंडलिकनगर पुलिस थाना अंतर्गत भारतनगर इलाके की है।
अधिकारियों ने बताया कि ड्यूटी में कथित लापरवाही बरतने के लिए बिजली कंपनी के लेखा सहायक सुशील काशीनाथ को निलंबित कर दिया गया। (भाषा)