देहरादून। जोशीमठ में भू-धंसाव से घरों में आई दरारें बर्फबारी के कारण और चौड़ी हो रही हैं। चमोली के जिलाधिकारी ने कहा कि भू-धंसाव का सामना कर रहे लोगों को बर्फबारी जनित हादसे से बचाने के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और पुलिस की टीमें अलर्ट पर रखी गई हैं।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा, हमारी टीम सभी जरूरी सुविधाएं जैसे कि हीटर, गरम पानी और अन्य चीजें सभी पीड़ितों को उपलब्ध कराने पर काम कर रही है। शिविरों में बिजली की समस्या पर नजर रखने के लिए एक कार्यकारी स्तर के इंजीनियर को तैनात किया गया है।
सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने शनिवार को बताया कि जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव से निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो कि 6 जनवरी 2023 को 540 एलपीएम था, वर्तमान में घटकर 136 एलपीएम हो गया है।
अस्थाई रूप से चिन्हित राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 650 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2919 लोगों की है तथा पीपलकोटी में 491 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है। अभी तक 863 भवनों में दरारें दृष्टिगत हुई हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि गांधीनगर में 01, सिंह धार में 02, मनोहर बाग में 05, सुनील में 07 क्षेत्र/ वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित हैं। 274 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थाई रूप से विस्थापित किए गए हैं। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 921 है।
Edited By : Chetan Gour