सांकेतिक फोटो
नई दिल्ली। कहते हैं कुत्तों को आसपास होने वाली अनहोनी की भनक पहले ही लग जाती है। इस कारण उनके व्यवहार में भी बदलाव आता है। बुराड़ी में भाटिया परिवार के 11 सदस्यों की मौत के बाद अब परिवार के पालतू कुत्ते टॉमी ने भी 22 दिनों बाद रविवार को दम तोड़ दिया। हालांकि मौत की वजह साफ नहीं है। पोस्टमार्टम के बाद ही कारणों का पता लग पाएगा। घर की चारदीवारी में जिस जाल से लाशें लटकी हुई थीं, टॉमी उसी छत पर जंजीर में बंधा था।
खबरों के मुताबिक, बुराड़ी में भाटिया परिवार के 11 सदस्यों की मौत के बाद पालतू कुत्ते 'टॉमी' को 'हाउस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स' को सौंपा गया था। यहां उसकी देखभाल की जा रही थी, लेकिन रविवार शाम को करीब 7 बजे टॉमी अचानक गिर गया और उसकी मौत हो गई।
हाउस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स के संस्थापक संजय महापात्रा ने बताया कि भाटिया परिवार की मौत के बाद टॉमी को यहां लाया गया था और उसकी बारीकी से देखभाल की जा रही थी, जिसमें काफी सुधार भी हो गया था, लेकिन कल शाम को अचानक वह गिर गया और मौत हो गई। हालांकि मौत की वजह साफ नहीं है। पोस्टमार्टम के बाद ही कारणों का पता लग पाएगा।
टॉमी की मौत की सूचना बुराड़ी पुलिस और नोएडा पुलिस को दे दी गई है। संजय महापात्रा कहते हैं कि कल शाम को टॉमी आराम से टहल रहा था। सबकुछ ठीक था, लेकिन अचानक यह सब हो गया। वे कहते हैं कि हो सकता है कि मौत की वजह सदमा हो, लेकिन दोपहर तक पोस्टमार्टम होने के बाद ही यह साफ हो पाएगा।
संजय महापात्रा का कहना है कि घटना के बाद से टॉमी 22 दिनों तक जीवित रहा। पुलिस के मुताबिक कुत्ते को उस समय 108 फारनेहाइट बुखार था। भाटिया परिवार ने 29-30 की दरम्यानी रात सामूहिक आत्महत्या से पहले कुत्ते को छत पर बांध दिया था। घटना के बाद यह कुत्ता छत पर मिला था, जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में लेते हुए इलाज के लिए भेजा दिया था।
उल्लेखनीय है कि 29-30 जून 2018 की रात को दिल्ली के बुराड़ी में भाटिया परिवार के 11 सदस्य मृत अवस्था में मिले थे, बाद में पुलिस ने अपनी छानबीन में पाया कि मोक्ष पाने के चक्कर में किया गया यह सामूहिक आत्महत्या का मामला है।