कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य को सांस लेने में तकलीफ बढ़ने के बाद बुधवार को दोपहर में दक्षिण कोलकाता में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी तबीयत नाजुक बताई गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी देते कहा कि भट्टाचार्य (76) की कोविड-19 जांच गई जिसमें वे संक्रमित नहीं पाए गए। सूत्रों ने कहा कि भट्टाचार्य को निजी अस्पताल में गंभीर चिकित्सा कक्ष में वेंटिलेटर पर रखा गया है।
अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भट्टाचार्य की आरटी-पीसीआर जांच में पता चला है कि वे कोरोनावायरस से संक्रमित नहीं हैं और यह अच्छी खबर है। उनके मस्तिष्क के सीटी स्कैन में पुराने जख्मों के बारे में पता चला है। गंभीर चिकित्सा कक्ष (सीसीयू) में उनका इलाज चल रहा है।
उन्होंने कहा कि फिलहाल उन्हें नॉन-इनवेसिव वेंटिलेशन पर रखा गया है। उनके ऑक्सीजन लेने की सीमा को 95 प्रतिशत पर रखा गया है। उनकी तबीयत नाजुक है, लेकिन मौजूदा इलाज का अच्छा असर हो रहा है। माकपा के वरिष्ठ नेता भट्टाचार्य के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए वरिष्ठ डॉक्टरों की 2 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अस्पताल पहुंचकर भट्टाचार्य का हालचाल जाना और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। अस्पताल से आने के बाद बनर्जी ने कहा कि हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं। हम उनका बहुत सम्मान करते हैं। मैं उनका इलाज कर रहे सभी डॉक्टरों का आभार व्यक्त करती हूं। हमें किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहना होगा। मैं उनकी बेटी (सुचेतना भट्टाचार्य) की मानसिक स्थिति को समझ सकती हूं।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी अस्पताल पहुंचकर भट्टाचार्य के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। धनखड ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
माकपा की राज्य इकाई के सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। साल 2000 से 2011 तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे भट्टाचार्य कुछ समय से श्वास संबंधी दिक्कतों तथा आयु संबंधी अन्य बीमारियों से जूझ रहे हैं। उन्होंने 2018 में माकपा की केंद्रीय समिति पोलित ब्यूरो के साथ-साथ राज्य सचिवालय से भी इस्तीफा दे दिया था। (भाषा)